नयी दिल्ली : अब तक खादी ग्रामोद्योग आयोग के कैलेंडर पर महात्मा गांधी की चरखा चलाते तसवीरें हुआ करती थीं लेकिन इस बार कलैंडर में पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर है जो चर्चे में है. आयोग ने नये साल में जो कैलेंडर जारी किया है, उसमें महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चरखा चलाते दिखाया गया है. इस कैलेंडर के बाजार में आने के बाद विपक्ष लगातार नरेंद्र मोदी पर हमला कर रहा है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मामले को लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा है कि गांधी बनने के लिए कई जन्मों की तपस्या करनी पड़ती है….. चरख़ा कातने की ऐक्टिंग करने से कोई गांधी नहीं बन जाता, बल्कि उपहास का पात्र बनता है…
खबर है कि खादी ग्रामोद्योग आयोग की डायरी से भी बापू की तसवीर गायब है. इस बदलाव का विरोध भी शुरू हो गया है. कर्मचारियों ने यहां प्रदर्शन किया और गांधीजी की तसवीरों के साथ फिर से कैलेंडर प्रकाशित करने की मांग की.
कैलेंडर और टेबल डायरी में गांधी की जगह मोदी की तस्वीर लगने पर तुषार गांधी भड़क गए हैं. गांधीजी के प्रपोत्र ने कहा कि वक्त आ गया है कि बापू अब खादी विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन को राम-राम कह दें. तुषार गांधी का कहना है कि यूं भी खादी विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन ने खादी और बापू दोनों की विरासत को कमजोर करके रख ही दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी को चाहिए कि वो इस कमीशन को निरस्त कर दें.
इस मामले को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया ‘The Mangalyaan effect’ वहीं कांग्रेस ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा है कि विडंबना: मोदी, महात्मा गांधी से अहिंसा का प्रतीक लेने की कोशिश कर रहे हैं…..
विडंबना: मोदी, महात्मा गांधी से अहिंसा का प्रतीक लेने की कोशिश कर रहे हैं. pic.twitter.com/ISuNBLmvco
— Congress (@INCIndia) January 13, 2017
The Mangalyaan effecthttps://t.co/NnkbJ4i7vx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 13, 2017
गांधी बनने के लिए कई जन्मों की तपस्या करनी पड़ती है। चरख़ा कातने की ऐक्टिंग करने से कोई गांधी नहीं बन जाता, बल्कि उपहास का पात्र बनता है https://t.co/rIDqQM3IUW
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 12, 2017