नयी दिल्ली : दिल्ली में आप सरकार के जाने के बाद से अरविंद केजरीवाल के लोक शिकायत निपटारा तंत्र का भी कुछ पता नहीं चल रहा. आलम यह है कि झुग्गीवासी शबनम और अजरुद्दीन को अपनी बेटी के लापता होने संबंधी शिकायतों पर क्या कदम उठाया जा रहा यह बताने वाला कोई नहीं है.
बेटी के गायब होने के संबंध में शिकायत पर दो महीने तक पुलिस की तरफ से कोई कदम नहीं उठाने के बाद दंपति ने 6 फरवरी को शिकायत निपटारा तंत्र से संपर्क साधा था. शिकायतों को लेकर उन्हें एक परची दी गयी और यह तसल्ली कि संबंधित प्रशासन से मामले पर गौर करने को कहा जाएगा. पर, एक सप्ताह बाद ही केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया जिसके बाद इस दंपति को अपनी शिकायत के बारे में कुछ पता ही नहीं चल रहा.
शुक्रवार को जब उन लोगों ने दिल्ली सचिवालय के भूतल स्थित शिकायत निपटारा हेल्पडेस्क से संपर्क किया तो कार्यालय के कर्मचारी ने अगले सप्ताह आने को कहा. शबनम ने कहा, ‘‘कोई भी हमारी मदद नहीं कर रहा. मेरी बेटी खो गयी और पुलिस कुछ नहीं कर रही है. यहां मुङो यह भी कहा गया कि हमारी शिकायतों को सुनने के लिए कोई अधिकारी मौजूद नहीं है. मुझे नहीं पता कि क्या होगा.’’ शबनम और अजहरुद्दीन का ही सिर्फ मामला नहीं है. दूसरे शिकायतकर्ता भी इस तरह की दिक्कतों का सामना कर रहे हैं.