चेन्नई : तुगलक पत्रिका के 42 वें स्थापाना दिवस के आयोजन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पत्रिका के संस्थापक व पूर्व संपादक चो रामास्वामी को याद किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि रामास्वामी का जाना मेरे लिए निजी क्षति है. वह हमेशा लोगों को अमूल्य सुझाव दिया करते थे.
I knew Cho personally for many years, its a personal loss for me. He had a multifaceted personality: PM Modi pic.twitter.com/3ioTGIJkdd
— ANI (@ANI) January 14, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा है कि वह विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे. उनकी आलोचना में हास्यबोध रहता था. हास्य हमें जिंदा रखता है. मुस्कुराहट की ताकत किसी भी हथियार से बड़ी होती है. उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि यह थी कि वो विभाजनकारी शक्तियों के लिए हमेशा लड़ते रहे .अगर कोई देश का राजनीतिक इतिहास लिखना चाहेगा तो वह चो रामास्वामी के राजनीतिक टिप्पणी को छोड़कर नहीं लिख सकता है.
कौन थे चो रामास्वामी
चो रामास्वामी अभिनेता , लेखक , पत्रकार, फिल्म निर्देशक व वकील थे. इन्होंने तमिलनाडु की मशहूर पत्रिका तुगलक के संस्थापक व संपादक थे. 7 दिसबंर 2016 को हार्ट अटैक से इनका निधन होगा. चो रामास्वामी ने 2014 चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी की जीत की भविष्यवाणी की थी. उन्होंने अपने लेख में लिखा था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से तरक्की करेगा. चो रामास्वामी राजनेताओं के तीखे आलोचक के रूप में भी जाने जाते थे. हर साल पोंगल के अवसर पर तुगलक पत्रिका की स्थापना दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर चो रामास्वामी हर साल लोगों के सवालों के जवाब देते थे. देश में दक्षिणापंथ व वामपंथ धड़ा की राजनीति का निष्पक्ष विश्लेषण करने वाले चो रामास्वामी की गिनती देश के प्रसिद्ध पत्रकारों में होती थी.