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नये सीबीआइ चीफ के रूप में आलोक वर्मा का नाम सबसे आगे, पर सस्पेंस अब भी कायम

नयी दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) का अगला चीफ कौन होगा, दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक वर्मा या फिर कोई और…? यह एक बड़ा सवाल है. सीबीआइ चीफ के चयन को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएसखेहर और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की हुई बैठक के बाद […]

नयी दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) का अगला चीफ कौन होगा, दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक वर्मा या फिर कोई और…? यह एक बड़ा सवाल है. सीबीआइ चीफ के चयन को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएसखेहर और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की हुई बैठक के बाद नामों का सीधे तौर पर एलान नहीं होने से अटकलों का बाजार गर्म है. सूत्र बताते हैं कि सीबीआई चीफ के चयन के लिए प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक वर्मा का नाम सबसे मजबूत दावेदार के रूप में सामने आया.

हालांकि, इस दौड़ में दूसरे स्थान पर अर्चना रामसुंदरम का भी नाम लिया जा रहा है, लेकिन सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में तीन में से दो मत आलोक वर्मा के पक्ष में दिये गये हैं, जबकि एक मत उनके विरोध में पड़ा है.

सूत्र यह भी बताते हैं कि सीबीआई चीफ के चयन के लिए हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर ने आलोक वर्मा की नियुक्त पर अपनी मुहर लगा दी है, जबकि लोकसभा में विपक्ष के कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक वर्मा की नियुक्ति के विरोध में अपना मत दिया है.

सीबीआई चीफ की दौड़ में आलोक वर्मा सबसे आगे

सूत्रों का कहना है कि सीबीआइ चीफ के रूप में अभी जिन नामों पर चर्चा की जा रही है, उनमें दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक वर्मा के अलावा अर्चना रामसुंदरम, एमसी बॉरवंकर, कृष्णा चौधरी, आरके दत्ता, आरके अस्थाना, अरुणा बहुगुणा और सतीश माथुर शामिल हैं. बताया यह भी जा रहा है कि सीबीआइ चीफ की दौड़ में शामिल इन अधिकारियों में आलोक वर्मा का नाम टॉप पर चल रहा है.

फिलहालराकेश अस्थाना दिसंबर के रिक्त हुए इस अहम पद पर बतौर अंतरिम डायरेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं.उनकीनियुक्ति या उन्हेंस्थायीचीफ बनाने की कोशिशों का जोरदार विरोध हो रहा है. अस्थाना की नियुक्ति के खिलाफ चर्चित वकील प्रशांत भूषण कोर्ट तक चले गये हैं. उनका तर्क है कि 1984 बैच के अस्थाना इस पद के लिए जूनियर हैं और इसके लिए वे 2019 में अर्हता प्राप्त कर सकेंगे, साथ ही अंतरिम डायरेक्टर के रूप में वे स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर सकेंगे.

1979 से 1982 बैच के अधिकारी की होनी है सीबीआइ चीफ के रूप में नियुक्ति

उधर, सूत्र यह बताते हैं कि सोमवार को सीबीआइ चीफ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएसखेहर और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच जो बैठक हुई है, उसमें यह बात भी सामने आयी है कि सीबीआइ चीफ के रूप में 1979 से 1982 बैच के अधिकारियों में से किसी की नियुक्ति की जाये. इस लिहाज से देखा जाये, तो 1979 बैच के एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और संघ शासित प्रदेश) के अधिकारी आलोक वर्मा सीबीआई चीफ की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं. फरवरी, 2016 में दिल्ली पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त होने के पहले वर्मा तिहाड़ जेल के महानिदेशक के पद पर कार्य कर चुके हैं. वहीं, उनकी प्रतिद्वंद्वी अर्चना रामसुंदरम अब सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल की प्रमुख हैं.

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