रक्षा मंत्रालय ने 4 बड़े सौदों पर फैसला टाला
नयी दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने आज 40,000 करोड़ रपये से अधिक के चार बड़े सौदों पर फैसला टाल दिया वहीं मंत्रालय ने सशस्त्र बलों के लिए शस्त्र प्रणाली खरीदने के लिहाज से 13,000 करोड़ से अधिक के अन्य प्रस्तावों को मंजूरी दे दी. रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि रक्षा मंत्री ए […]
नयी दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने आज 40,000 करोड़ रपये से अधिक के चार बड़े सौदों पर फैसला टाल दिया वहीं मंत्रालय ने सशस्त्र बलों के लिए शस्त्र प्रणाली खरीदने के लिहाज से 13,000 करोड़ से अधिक के अन्य प्रस्तावों को मंजूरी दे दी.
रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि रक्षा मंत्री ए के एंटनी की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद :डीएसी: की बैठक में मंत्रालय ने सेना के लिए 145 अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर्स, 20,000 करोड़ रपये से अधिक के जल-थल पर चलने योग्य युद्धपोत और नौसेना के लिए 6,000 करोड़ रपये से अधिक के बहु-भूमिका वाले हेलीकॉप्टरों की खरीद समेत परियोजनाओं पर फैसला टाल दिया है.
अधिकारियों के अनुसार वायुसेना के लिए 56 परिवहन विमानों को खरीदने के सौदे को भी लंबित कर दिया गया है. मंत्रालय का मानना है कि इनसे संबंधित मुद्दों पर और विचार-विमर्श की जरुरत है. सशस्त्र बलों के लिए जिन प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी है, उनमें वायु क्षेत्र आधारभूत संरचना के आधुनिकीकरण के दूसरे चरण :एमएएफआई-2: के तहत 37 वायु क्षेत्रों को उन्नत करने की वायु सेना की योजना शामिल है जिसमें टाटा एसईडी 1,127 करोड़ रपये की परियोजना के तहत काम करेगी.
एक इस्राइली कंपनी को 622 करोड़ रपये की परियोजना के तहत वायु सेना को हवा से धरती पर प्रहार करने वाले 252 शस्त्रों की आपूर्ति के लिए भी मंजूरी दी गयी है. सेना को रात में देखने में आने वाली समस्या को दूर करने के लिए भी कई परियोजनाओं को मंजूर किया गया है जिनमें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड से लेजर रेंज फाइंडर्स के साथ हाथ से इस्तेमाल वाले थर्मल इमेजर्स खरीदने की 4,000 करोड़ रपये की योजना शामिल है. इसके अलावा अन्य परियोजनाओं को भी मंजूर किया गया है.