जलीकट्टू विवाद: पीएम पर भड़के प्रदर्शनकारी मरीना बीच पर की नारेबाजी, आज तमिलनाडु बंद
नयी दिल्ली/चेन्नई : जलीकट्टू पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर गुरुवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. प्रतिबंध हटाने को लेकर कोई रास्ता नहीं निकलने के बाद पूरे राज्य में प्रदर्शनकारी भड़क गये और मोदी विरोधी रुख अपना लिया. प्रदर्शनकारियों ने चेन्नई, मदुरै, कोयंबटूर, […]
नयी दिल्ली/चेन्नई : जलीकट्टू पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर गुरुवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. प्रतिबंध हटाने को लेकर कोई रास्ता नहीं निकलने के बाद पूरे राज्य में प्रदर्शनकारी भड़क गये और मोदी विरोधी रुख अपना लिया. प्रदर्शनकारियों ने चेन्नई, मदुरै, कोयंबटूर, तिरुचिरापल्ली, कन्याकुमारी समेत दर्जनों जिलों में रैलियां निकाली और नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनें रोकीं और सड़क को जाम कर दिया.
जलीकट्टू को लेकर आज तमिलनाडु में कई संगठनों ने बंद बुलाया है जिसे विपक्ष का भी समर्थन प्राप्त है. बंद के मद्देनजर राज्य में प्राइवेट टैक्सियां, ऑटो, लॉरी और थियेटर्स बंद रहेंगे. दूसरी तरफ पूरी फिल्म इंडस्ट्री ने भूख हड़ताल पर बैठेने का एलान किया है जिसमें कमल हसन और रजनीकांत के भी जुड़ने की खबर है साथ ही संगीतकार ए.आर रहमान उपवास पर रहेंगे. इसके अलावा जलीकट्टू के समर्थन में मरीना बीच पर समर्थकों की संख्या 50 हजार के पार पहुंच चुकी है.
दरअसल, प्रधानमंत्री ने पन्नीरसेल्वम से मुलाकात में जलीकट्टू के सांस्कृतिक अहमियत की तारीफ की और राज्य सरकार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. हालांकि, मोदी ने जलीकट्टू को मंजूरी देने संबंधी अध्यादेश लागू करने के मामले में अपनी सरकार की असमर्थता जताते हुए कहा यह मामला अदालत में विचाराधीन है. मोदी के इस फैसले को चेन्नई के मरीना बीच पर तीन दिन से जमे प्रदर्शनकारियों ने तमिलनाडु की संस्कृति के अपमान के तौर पर लिया और हजारों युवाओं ने मोदी विरोधी रुख अपना लिया. मरीना बीच के प्रदर्शनकारियों ने मोदी की तसवीरवाले प्लेकार्ड के साथ आंदोलन तेज कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने न केवल मोदी, बल्कि पन्नीरसेल्वम, एआइएडीएमके प्रमुख शशिकला और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. बढ़ते विरोध-प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि तमिलनाडु सरकार जल्द ही केंद्र की मदद से जलीकट्टू समारोह आयोजन करवाने के लिए कदम उठायेगी. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील करते हुए कहा कि आप धैर्य रखें.. अच्छा ही होगा. इस संबंध में दिल्ली में मुख्यमंत्री ने कानूनविदों से सलाह भी किया.
उधर, दिल्ली में अध्यादेश की मांगा को लेकर पीएमके नेता अंबुमणि रामदास प्रधानमंत्री के आवास के सामने गुरुवार को धरने पर बैठ गये. सुप्रीम कोर्ट ने जलीकट्टू के समर्थन में हो रहे प्रदर्शनों के मामले में दखल से परहेज करते हुए गुरुवार को कहा कि सांडों को काबू में करने के खेल के प्रदर्शनकारी समर्थकों के संरक्षण का मुद्दा मद्रास हाइकोर्ट के समक्ष उठाया जा सकता है.