अहमदाबाद : सूरत के कारोबारी किशोर भजियावाला को प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने गिरफ्तार कर लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार भजियावाला की गिरफ्तारी शुक्रवार को हुई. भजियावाला पर नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद करने का गंभीर आरोप है. उनके खिलाफ पहले ही केस दर्ज हो चुका था.
आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद देशभर में आयकर विभाग ने छापे मारे थे. इस दौरान सूरत से फाइनैंसर किशोर भजियावाला के पास से आयकर विभाग ने 10.45 करोड़ बरामद किए गए थे. भजियावाला पर आरोप था कि उसने नकली बैंक खातों के माध्यम से कालेधन को ठिकाने लगाने का प्रयास किया था. भजियावाला को जानने वालों की माने तो वह कभी चाय बेचाने का काम करता था.
छापेमारी के दौरान भजियावाला के पास से 400 करोड़ रुपये की संपत्ति से जुड़े कागजात भी प्राप्त हुए थे. सीबीआइ सूत्रों की माने तो भजियावाला ने नोटबंदी के बाद 700 लोगों को पैसा जमा करने और निकालने के काम में लगाया था.
खबर है कि किशोर भजियावाला के पास 27 बैंक खाते थे, जिनमें 20 बेनामी थे. इन्हीं के माध्यम से वह मनी लॉन्ड्रिंग के काम को अंजाम देता था. हालांकि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि उसने कितना पैसा जमा कराया और कितने की निकासी की.
आयकर विभाग ने छापेमारी के दौरान भजियावाला के पास से 1,45,50,800 रुपये के नए नोट, 1,48,88,133 रुपये का सोना, 4,92,96,314 रुपये की सोने की जूलरी, 1,39,34,580 रुपये की हीरे की जूलरी और 77,81,800 रुपये की चांदी की जूलरी जब्त की थी.
बैंकों और बड़े नेताओं के हाथ होने के संदेह के कारण मामले को सीबीआइ के हाथों में दे दिया गया था.