कुनेरु (आंध्र प्रदेश) : आंध्र प्रदेश के विजियानगरम जिले में जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस के इंजन एवं नौ डिब्बों के पटरी से उतर जाने से कम से कम 36 यात्रियों की मौत हो गयी और 60 से अधिक घायल हो गये. रेलवे ने इस दुर्घटना के पीछे साजिश का संदेह जताया है.
अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक अजय अरोडा ने कहा कि कल रात हुई दुर्घटना में अभी तक 34 व्यक्तियों की मृत्यु होने की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि रेल अधिकारियों ने 18 शवों की पहचान कर ली है और बाकी के पहचान की प्रक्रिया जारी है.
मृतकों की संख्या अभी और बढ सकती है क्योंकि कई यात्रियों के ट्रेन के क्षतिग्रस्त डिब्बों में फंसे होने का संदेह है. यह दुर्घटना कल रात करीब 11 बजेहुई जब ट्रेन जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही थी.
पूर्व तट रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी जेपी मिश्रा ने पीटीआइ भाषा को बताया कि कुनेरु स्टेशन के समीप ट्रेन का इंजन और नौ डिब्बे पटरी से उतर गये.
ओडिशा के पुलिस महानिदेशक केबी सिंह ने ट्रेन दुर्घटना में मृतक संख्या 32 होनेे की जानकारी दी.
रेलवे को संदेह है कि कुनेरु स्टेशन के पास रेल पटरी से छेड़छाड़ किये जाने के चलते ट्रेन पटरी से उतरी. सूत्रों ने कहा, ‘‘रेल पटरी से छेड़छाड़ होने के मजबूत संकेत हैं क्योंकि इस क्षेत्र को नक्सली खतरे वाले क्षेत्र के तौर पर जाना जाता है औरचूंकि गणतंत्र दिवस भी नजदीक है, साजिश होने से इनकार नहीं किया जा सकता.’ सूत्रों ने कहा, ‘‘एक मालगाड़ी उसी पटरी से सुरक्षित तरीके से गुजरी थी. गैंगमैन ने भी पटरी की जांच की थी. यद्यपि ट्रेन के चालक ने ट्रेन के पटरी से उतरने से ठीक पहले तेज आवाज सुनी थी और ऐसा लगता है कि रेल पटरी परबड़ी दरार थी जिसके कारण ट्रेन पटरी से उतरी.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को ‘‘दु:खद’ बताते हुए कहा कि रेल मंत्रालय स्थिति पर नजदीक से नजर रखे हुए है और त्वरित राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने पर काम कर रहा है. उन्होंने इसके साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की भी कामना की.
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण अपने प्रियजन खोये हैं. यह घटना दुखद है. मैं रेल दुर्घटना में घायल सभी व्यक्तियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’