सपा से गठबंधन में प्रियंका की ‘‘सक्रिय भूमिका”” बताने वाली कांग्रेस उनके भविष्य की भूमिका पर चुप
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कराने में प्रियंका गांधी की भूमिका अहम रही जिसकी तारीफ खुद कांग्रेस पार्टी कर चुकी है लेकिन कांग्रेस सोमवार को इन सवालों से कन्नी काटती नजर आई कि प्रियंका भविष्य में किस तरह की भूमिका निभाएंगी. कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि अब […]
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कराने में प्रियंका गांधी की भूमिका अहम रही जिसकी तारीफ खुद कांग्रेस पार्टी कर चुकी है लेकिन कांग्रेस सोमवार को इन सवालों से कन्नी काटती नजर आई कि प्रियंका भविष्य में किस तरह की भूमिका निभाएंगी.
कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि अब तक अपनी मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और भाई राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी तक खुद को सीमित रखने वाली प्रियंका ने समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन कराने के लिए वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के साथ ‘‘सक्रिय भूमिका” निभाई. अजय ने बताया कि प्रियंका कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल के ‘‘निर्देशों’ का पालन कर रही थीं. उन्होंने कहा कि राहुल ‘‘पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंप सकते हैं.”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रियंका गांधी वाड्रा अमेठी और रायबरेली की दो संसदीय सीटों पर अपनी मर्जी से सक्रिय रही हैं और हम इसका सम्मान करते हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक उत्तर प्रदेश चुनावों का सवाल है, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुलाम नबी आजाद जी और प्रियंका जी से अनुरोध किया कि वे प्रगतिशील, समान विचारधारा वाली पार्टियों के गठबंधन को अंतिम रुप दें.” उत्तर प्रदेश में भविष्य में प्रियंका की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और हर कोई चाहता है कि प्रियंका गांधी बडी भूमिका निभाएं. जब भी ऐसा होगा तो आपको सूचित किया जाएगा.”
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि नवजोत सिंह सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं को पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में लाने में प्रियंका की अहम भूमिका रही है. यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस की पदाधिकारी न होने के बाद भी प्रियंका इतनी बडी भूमिका में कैसे आ गईं, इस पर पार्टी प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता से कोई सक्रिय भूमिका निभाने को कह सकते हैं. इसमें औचित्य का मुद्दा कहां से आता है ?” अजय ने कहा, ‘‘कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी में जिसे भी उचित समझें उसे निर्देश दे सकते हैं, अनुरोध कर सकते हैं. तो उन्होंने गुलाम नबी आजाद और प्रियंका जी से अनुरोध किया कि वे पूरे गठबंधन को अंतिम रुप देने में मदद करें और ऐसा ही हुआ.” उन्होंने कहा कि अब एक ‘‘अच्छा” गठबंधन हुआ है जबकि कई लोग ऐसा नहीं चाह रहे थे.
ऐसी अटकलें जोरों पर हैं कि प्रियंका कांग्रेस में बडी भूमिका में आ सकती हैं, खासकर तब जब उनकी मां और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी आजकल अस्वस्थ रहने लगी हैं.