12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आडवाणी ने कहा,देश की नदियां जुड़ेंगी,तो हो जायेगा करिश्मा

इंदौर:पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो योजना के मुताबिक भारतीय नदियों को जोड़ने की जरुरत पर जोर देते हुए भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि नदियों के जुड़ने से देश में करिश्मा हो सकता है.आडवाणी ने यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर उज्जैनी गांव में ‘नर्मदा.क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना’ […]

इंदौर:पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो योजना के मुताबिक भारतीय नदियों को जोड़ने की जरुरत पर जोर देते हुए भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि नदियों के जुड़ने से देश में करिश्मा हो सकता है.आडवाणी ने यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर उज्जैनी गांव में ‘नर्मदा.क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना’ के लोकार्पण समारोह में कहा, ‘वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान नदियों को जोड़ने की योजना बनायी गयी थी, ताकि किसी किसान को अपने खेत की सिंचाई के लिये पानी की कमी न हो और कोई क्षेत्र सूखे की मार न झेले. भारत की नदियों को आपस में जोड़ने से ऐसा करिश्मा हो सकता है, जैसा करिश्मा दुनिया के किसी दूसरे देश में नहीं हुआ.’ उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार के वर्ष 2004 में जाने के बाद अगली केंद्र सरकारों ने नदियों को जोड़ने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया.

भाजपा के शीर्ष नेता ने याद दिलाया कि उच्चतम न्यायालय ने वर्ष 2012 में एक आदेश में कहा था कि मंत्रियों और अधिकारियों की एक समिति नदी जोड़ने की योजना के संबंध में हर दो महीने में बैठक करेगी. न्होंने क्षिप्रा और नर्मदा को जोड़ने की परियोजना को महज 14 महीने में पूरा करने पर शिवराज की अगुवाई वाली भाजपा सरकार को बधाई दी और कहा, ‘शिवराज ने नदियों को जोड़ने की वाजपेयी की कल्पना को साकार करके अद्भुत करिश्मा किया है.’ आडवाणी ने याद किया कि जब वह पहली बार अहमदाबाद गये थे, तब साबरमती नदी किसी सूखे नाले की तरह दिखायी देती थी। लेकिन साबरमती में नर्मदा का जल छोड़े जाने के कारण आज साबरमती भव्य नदी में बदल चुकी है, जिसमें लोग नौकायन का आनंद भी लेते हैं.

आडवाणी ने इस संदर्भ में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘हमारे दोनों मुख्यमंत्री :मोदी और शिवराज: ऐसे हैं, जो लगातार करिश्मा करते रहते हैं.’करीब 432 करोड़ रुपये की शुरुआती लागत वाली नर्मदा.क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के लोकार्पण समारोह में लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी और योग गुरु रामदेव भी मौजूद थे. स मौके पर आल्हादित शिवराज ने कहा, ‘क्षिप्रा से नर्मदा को जोड़कर हमने एक ऐसे दुष्कर कार्य को संभव कर दिखाया है, जिसे पूर्ववर्ती (कांग्रेस) सरकार के मुख्यमंत्री :दिग्विजय सिंह: ने असंभव बताया था.’ मुख्यमंत्री ने बताया कि भारी जलसंकट के शिकार मालवा अंचल में नर्मदा.क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के जरिये 72 शहरों और 3,000 गांवों में पेयजल की आपूर्ति की जायेगी. इसके साथ ही, 16 लाख एकड़ कृषि क्षेत्र में स्प्रिंकलर और ड्रिप सिस्टम के जरिये सिंचाई की सुविधा दी जायेगी.

नर्मदा-क्षिप्रा संगम स्थल को नया तीर्थ बताते हुए शिवराज ने कहा कि इस जगह को पवित्र स्थान घोषित किया जायेगा. चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार गंभीर नदी को नर्मदा से जोड़ने के लिये करीब 2,200 करोड़ रुपये की लागत वाली योजना पर जल्द ही काम शुरु करेगी. इसके बाद पार्वती और कालीसिंध नदियों को भी नर्मदा से जोड़ा जायेगा. नर्मदा-क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के तहत नर्मदा के जल को बिजली के ताकतवर पम्पों की मदद से कोई 50 किलोमीटर की दूरी तक बहाकर और 350 मीटर की उंचाई तक लिफ्ट करके क्षिप्रा के प्राचीन उद्गम स्थल तक लाया गया है. यह जगह उज्जैनी गांव की पहाड़ियों पर स्थित है. हालांकि, क्षिप्रा इस स्थल पर लुप्त नजर आती है. क्षिप्रा को नर्मदा से जोड़ने की परियोजना की बुनियाद 29 नवंबर 2012 को आडवाणी के हाथों रखी गयी थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें