गणतंत्र दिवस के मौके पर जमीन से आसमान तक सुरक्षा कवच

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के कड़ प्रबंध किये गये हैं और संवेदनशील इलाकों सहित चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं. जानवरों के आनेजाने एवं अन्य गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है क्योंकि ऐसी खुफिया सूचना है कि आतंकवादी समूह उनका इस्तेमाल आत्मघाती हमलावर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2017 11:09 AM

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के कड़ प्रबंध किये गये हैं और संवेदनशील इलाकों सहित चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं. जानवरों के आनेजाने एवं अन्य गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है क्योंकि ऐसी खुफिया सूचना है कि आतंकवादी समूह उनका इस्तेमाल आत्मघाती हमलावर के तौर पर कर सकते हैं. इसके अलावा जगह-जगह पर अवरोधक लगाकर आने जाने वाले वाहनों की जांच की जा रही है.

गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान हैं. दिल्ली पुलिस को एक विशेष परामर्श भेजकर सूचना दी गयी कि आतंकवादी समूह रेलवे स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए जानवरों का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि अफरा तफरी मचायी जा सके. दिल्ली पुलिस को पहले यह परामर्श भेजा गया था कि आतंकवादी समूह नयी तकनीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. आज उसे एक विशेष परामर्श मिला जिसमें इस तरह के हमले की चेतावनी दी गयी.

परामर्श दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई द्वारा जारी किया गया जिसमें कर्मियों से चुराये गये पालतू जानवरों को ध्यान में रखने के लिए कहा गया क्योंकि हो सकता है कि आतंकवादी समूहों ने उन्हें आतंकवादी हमले करने के लिए चुरा लिया हो. दिल्ली में पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के करीब 60 हजार जवान कड़ी चौकसी रखे हुए हैं. इस दौरान गुप्तचर जानकारी के मद्देनजर विशेष जोर हवाई खतरों को निष्क्रिय करने पर दिया जा रहा है.

परेड के दौरान यातायात व्यवस्था के प्रबंधन के लिए यातायात पुलिस के 1500 जवानों को तैनात किया गया है. ऐतिहासिक राजपथ पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये हैं जहां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी देश की आन बान शान के प्रतीक सैन्य ताकत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देख रहे हैं. राष्ट्रपति सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर हैं.

हाल में ऐसी खुफिया सूचना प्राप्त हुई है कि लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकवादी समूह हेलीकाप्टर चार्टर सेवाएं और चार्टर उड़ानों का इस्तेमाल करते हुए हवाई हमले की योजना को अंजाम देने की ताक में हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर कड़ी सतर्कता रख रही है.

अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा सुरक्षा कर्मी विमान निरोधक तोपों के साथ उंची इमारतों पर तैनात हैं. सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं और नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं ताकि कैमरों से मिलने वाली फीड की निगरानी की जा सके.

सुरक्षा एजेंसियों को जारी परामर्श में कहा गया है कि सुरक्षा बलों के लिए यह जरुरी है कि वे खतरों के दायरे को समझें और उससे निपटने के लिए उपयुक्त रास्ते अपनायें. सुरक्षा बलों से कहा गया है कि पुलिस एवं अन्य सुरक्षा कर्मियों की भी ठीक से जांच की जाए क्योंकि ऐसी आशंका है कि आतंकवादी सुरक्षा बलों का वेश धारण कर सकते हैं.

परामर्श के अनुसार, आतंकवादी फिदायीन हमला करने के लिए सुरक्षा बलों की वर्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं और इसलिए गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान तैनात होने वाले सुरक्षा कर्मियों की पहचान और जांच की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. सुरक्षा बलों को चेतावनी दी गयी है कि कुछ मुस्लिम चरमपंथी संगठन हवाईजहाजों का इस्तेमाल करके 9/11 हमला जैसे हमले की योजना बना रहे हैं.

26 जनवरी को सुबह 10 बजकर 35 मिनट से सवा बारह बजे के बीच इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से किसी भी वाणिज्यिक उड़ान को उड़ान भरने या उतरने की अनुमति नहीं दी गयी.

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