कांग्रेस के ट्विटर पर छाये अखिलेश यादव
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए समाजवादी पार्टी के साथ गंठबंधन कर लिया है. वहीं अंदरुनी कलह के कारण सपा की प्रतिष्ठा में जो कमी आयी है उसकी भरपाई के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी के हाथ का सहारा लेकर साइकिल की गति […]
नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए समाजवादी पार्टी के साथ गंठबंधन कर लिया है. वहीं अंदरुनी कलह के कारण सपा की प्रतिष्ठा में जो कमी आयी है उसकी भरपाई के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी के हाथ का सहारा लेकर साइकिल की गति में तेजी लाने का प्रयास किया है.
यूपी चुनाव में दोनों की जोड़ी को पोपुलर करने के लिए बॉलीवुड गाना ‘बेबी को बेस पसंद है’ का भी सहारा लिया गया है. इसी गाने के तर्ज पर गंठबंधन का नारा बनाया गया है. ‘यूपी को यह साथ पसंद है’. पिछले दिनों साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल और अखिलेश ने अपनी जोड़ी को सार्वजनिक किया और साथ में रोड शो भी किया. इस दौरान दोनों को कई बार गले मिलते हुए भी देखा गया.
सपा ने कांग्रेस का हाथ थामा है, लेकिन अखिलेश का रंग राहुल गांधी पर कुछ ज्यादा ही चढ़ गया है. राहुल गांधी का यूपी चुनाव पर कुछ ज्यादा फोकस है और इसके लिए वो अखिलेश के साथ को भुनाने की फिराक में हैं. तभी तो अखिलेश यादव कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट्स पर छा गये हैं.
कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट के कवर फोटो पर अखिलेश और राहुल एक साथ नजर आ रहे हैं. फोटो के साथ गंठबंधन का नारा भी लिखा गया है, ‘यूपी को यह साथ पसंद है’. कवर फोटो में अखिलेश के कंधे पर राहुल का हाथ है. दोनों की तसवीर को देखकर साफ लग रहा है कि अखिलेश के कंधे का सहारा लेकर राहुल गांधी यूपी में अपनी पार्टी को मजबूती देने की कोशिश कर रहे हैं.
गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की स्थिति काफी कमजोर हुई है. कई राज्यों से कांग्रेस की सत्ता हाथ से निकल चुकी है. इसका बड़ा उदाहरण असम चुनाव है. जहां कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर भापजा ने अपना कमल खिला दिया. वैसे में यूपी चुनाव को कांग्रेस किसी भी किमत में हाथ से नहीं जाने देना चाहती है और इसी को ध्यान में रखते हुए राहुल गांधी ने अखिलेश का साथ चुना है. ज्ञात हो दोनों पार्टी एक दूसरे की विरोधी पार्टी रही है.