हाफिज सईद मामले पर भारत ने पाकिस्तान से कहा- केवल दावों और बयानों से नहीं चलेगा काम

नयी दिल्ली : मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर ऐक्शन की खबरों के बाद भारत ने कहा है कि हम दावों और बयानों पर विश्‍वास नहीं कर सकते हैं. हमें उस वक्त का इंतजार है जब पाकिस्तान आतंकी हाफिज पर ठोस कार्रवाई करेगा. ये बातें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने पाकिस्तान को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2017 8:34 PM

नयी दिल्ली : मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर ऐक्शन की खबरों के बाद भारत ने कहा है कि हम दावों और बयानों पर विश्‍वास नहीं कर सकते हैं. हमें उस वक्त का इंतजार है जब पाकिस्तान आतंकी हाफिज पर ठोस कार्रवाई करेगा. ये बातें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने पाकिस्तान को संदेश देते हुए गुरुवार को कही. विकास स्वरूप से जब प्रश्‍न किया गया कि हाफिज पर पाकिस्तान के एक मंत्री ने और सबूत देने की मांग की है तो उन्होंने इसके उत्तर में कहा कि मुंबई हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई और आतंकवादी पाकिस्तान की धरती से भारत आए थे. हमले के लिए आतंकियों को समर्थन पाकिस्तान ने दिया था.

स्वरुप ने आगे कहा कि हाफिज सईद ने भी यह खुद कबूल किया है कि उसने भारत के खिलाफ कई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने का काम किया है. हाफिज के खिलाफ सबूत ढूंढने के लिए सिर्फ राजनीतिक इच्छाशक्ति की आवश्‍यकता है.

जब स्वरुप से प्रश्‍न किया गया कि पाक सेना का यह बयान सामने आ चुका है कि हाफिज के खिलाफ ऐक्शन लिया जा रहा है जो देशहित में है. यही नहीं पाक ने भारतीय सैनिक चंदू बाबूलाल चव्हाण को भारत के हवाले कर दिया है… क्या ये कदम पाक की नरमी दिखाते हैं ? इस प्रश्‍न के उत्तर में उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के मानवीय कदमों का हम तहे दिल से स्वागत करते हैं, लेकिन हमारा रुख बिलकुल साफ है कि जब पाक आतंकवादियों को समर्थन करना बंद करेगा तभी हम बातचीत के लिए आगे बढेंगे.

क्या पाकिस्तान से फैलाए जा रहे आतंकवाद पर अमेरिका से किसी प्रकार की बात हुई है, इस प्रश्‍न पर विकास स्वरूप ने कहा, कि ट्रंप प्रशासन के साथ उच्च स्तर पर बातचीत हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बात हुई है. विदेश सचिव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आपस में बातचीत कर चुके हैं. ऐसे में स्वाभाविक तौर पर सारे मुद्दों पर बात हुई, द्विपक्षीय के साथ क्षेत्रीय मसलों पर भी भारत और अमेरिका के बीच चर्चा हुई है.

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