नयी दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सोमवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. करीब 15 सेकेंड तक महसूस किये गए. प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में कालीमठ के नजदीक एक मकान गिरने से एक महिला की मौत हो गई. पीएम मोदी ने भूकंप को लेकर हालात का जायजा लिया, उन्होंने अधिकारियों से तैयारियों को लेकर बातचीत की. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी भूकंप को लेकर रिपोर्ट मांगी है. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5 .8 मापी गयी.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इकाई राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान ब्यूरो के ऑपरेशन प्रमुख जेएल गौतम ने बताया कि भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में था. उन्होंने बताया, कि भूकंप की गहराई 33 किलोमीटर थी और यह सोमवार रात 10 बजकर 33 मिनट पर आया.’ हिमालय क्षेत्र में आने वाला उत्तराखंड अधिक भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है.
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भूकंप के झटके पंजाब, हरियाणा, उनकी संयुक्त राजधानी चंडीगढ में भी महसूस किये गये, जिसके बाद कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. फिलहाल, जान माल को कोई नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है.
खबरों के मुताबिक समूचे हरियाणा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भूकंप महसूस किया गया. ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग नीचे की ओर दौड पडे. गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, अंबाला, पंचकुला, सोनीपत, पानीपत और करनाल सहित हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. पंजाब में मोहाली, पटियाला, रोपड, लुधियाना और जलंधर सहित कई स्थानों पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. वहीं लोगों ने नोएडा में भी भूकंप का झटका महसूस किया.
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इसबीच, उत्तराखंड में लोग अपने-अपने घरों से दहशत में बाहर भागे. खासतौर पर पर्वतीय जिला उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ में भूकंप का झटका महसूस किया गया. दहशत में आए बाशिंदे अपने घरों से बाहर निकल आए. देहरादून की कई कॉलोनियों में लोग भूकंप के बाद के हल्के झटकों की आशंका के चलते अपने अपने घरों से बाहर नजर आए.
इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने जिलाधीशों से बात की है और रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने बताया, ‘‘मैंने जिलाधीशों से बात की और समूचे राज्य से विभिन्न सूत्रों से सूचनाएं पा रहे हैं. किसी की जान नहीं गई है लेकिन दूर दराज के इलाकों में मकानों में कुछ दरारें भी हो सकती हैं. हम सूचना एकत्र करने की प्रक्रिया में अब भी हैं.’
उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिकारी भी पूरी तरह से तैयार हैं और चिंता की कोई बात नहीं है. हमारा आपात नियंत्रण कक्ष भी सूचना एकत्र कर रहा है.