लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी, इमरजेंसी, कालाधन पर कांग्रेस पर किये तीखे कटाक्ष
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया.उन्होंने चर्चा का जवाब देते हुएहालके दिनों में राजनीतिक मुहावरेके रूप में प्रयोग होने वाले भूकंप शब्द का उपयोग किया और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोई तो कारण रहा होगा कि भूकंप […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया.उन्होंने चर्चा का जवाब देते हुएहालके दिनों में राजनीतिक मुहावरेके रूप में प्रयोग होने वाले भूकंप शब्द का उपयोग किया और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोई तो कारण रहा होगा कि भूकंप आ गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विमुद्रीकरण, बेनामी संपत्ति, कालाधन व इमरजेंसी का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर खूब तीर दागे.मालूमहोकिसंसद के शीतकालीन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदीविमुद्रीकरण समेत कई मुद्दों पर नहीं बोल पाये थे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोई स्कैम में भी सेवा भाव देखता है, स्कैम में भी नम्रता का भाव देखता है तो धरती मां दुखी हो जाती हैं. तब जाकर भूकंप आता है.
मोदी ने कहा कि मैं सोच रहा था कि आखिर भूकंप आया कैसे. उन्होंने कहा कि स्कैम देखने पर मां भारती दुखी हो जाती हैं और भूकंप आ जाता है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपतिजी ने अभिभाषण में जनशक्ति का ब्यौरा दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यवस्था लोकतांत्रिक हो या अलोकतांत्रिक जनशक्ति का मिजाज कुछ और ही होता है.
नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कल मल्लिकार्जुन जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही है जिसने लोकतंत्र बचाया और आप (मोदी) प्रधानमंत्री बन पाये. उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि आपकी बड़ी कृपा जो लोकतंत्र बचाया, लेकिन अपनी पार्टी का लोकतंत्र पूरी तरह एक परिवार को आहूत कर दिया और सन 75 के कालखंड में देश को जेल बना दिया. जयप्रकाश बाबू सहित तमाम लोगों को जेल में डाल दिया. अखबारों में ताले लगा दिये गये, लोकतंत्र को कुचलने का हर प्रयास किया गया, लेकिन इस देश की जनशक्ति ने ये चीजें बदल दी और एक गरीब मां का बेटा भी देश का प्रधानमंत्री बन सका.
उन्होंने कहा कि 1857 की लड़ाई में जब कांग्रेस का जन्म नहीं हुआ था, तो देश के लोगों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी, कमल तब भी था और आज भी है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर नेताओं ने जनशक्ति की ताकत को पहचानना छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि मुझ जैसे सामान्य से व्यक्ति ने बातोंबात में कहा कि जोवहन कर सकते हैं, वो गैस सब्सिडी छोड़ दें. 2014 का चुनाव जब हम लड़ रहे थे, तब एक पार्टी इस बात पर चुनाव लड़ रही थी कि हम नौ सिलेंडर देंगे या दस. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के राजनीतिक जीवन में सक्रिय लोगों से अपील करता हूं कि देश की जनशक्ति को पहचानें. भारत को ऊंचाई पर ले जाने के लिए साकारात्मक माहौल बनाने के लिए जनशक्ति को पहचानना जरूरी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम देश को उसकी पूर्णता में स्वीकार करें. कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि आजादी सिर्फ एक परिवार ने दिलायी है. वीर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद भी थे जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में खुद को न्यौछावर कर दिया.
मोदी ने कहा कि एक चर्चा आयी है बजट को जल्द प्रस्तुत करने की. उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है, हमारी अर्थव्यवस्था खेती पर आधारित है. उन्होंने कहा कि नवंबर तक में फसल तैयार हो जाती है. एक जून से बारिश शुरू हो जाती है. उन्होंने कहा कि क्या कारण था कि आजादी के सालों बाद तक पांच बजे बजट आता था, इसलिए आता था क्योंकि यह समय यूके की संसद के समय के अनुरूप थी. उस समय को अटल जी की सरकार ने बदला.
उन्होंने कहा कि बजट को पेश करने की तारीख में हमने कांग्रेस सरकार के समय के प्रस्ताव के आधार पर ही फैसला लिया. उन्होंने रेलवे बजट की चर्चा करते हुए कहा कि यह 90 साल से पेश होता रहा है. पहले रेलवे सिर्फ यातायात का साधन थी, अब बहुत सारे साधन हैं, हालांकि उसके केंद्र में रेल है और सब चीजों को ध्यान में रखते हुए योजना बनानी है. उन्होंने रेलवे में निजीकरण की आशंका को खारिज किया.
नोटबंदी पर जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि आपको लगता था कि इस पर चर्चा होने परकहीं मोदी फायदा न उठा लें इसलिए आप टीवी बाइट देने में ही व्यस्त रहे. उन्होंने तर्क दिये कि नोटबंदी से बड़ा बदलाव आया है. मोदी ने कहा कि 2014 मई के पहले का वक्त देख लीजिए, खबर आती थी कि 2जी में कितना गया, वायु क्रप्शन में कितना गया, फलाने क्रप्शन में कितना गया. अब आवाज उठती है कि मोदीजी कितना लाये, कितना लाये, कितना लाये. यही तो बदलाव है. उन्होंने विपक्ष के नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि खडगेजी कहते हैं कि हीरे जवाहरात, सोने चांदी में कालाधन है, सच है, लेकिन यह सदन जानना चाहता है कि आपको यह ज्ञान कब हुआ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसमें दो मत नहीं है कि भ्रष्टाचार की शुरुअात नकद में होती है. उन्होंने कहा कि 1988 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे, पंडित नेहरू जी भी ज्यादा सीटें थीं उनके पास, पार्लियामेंट से पंचायत पर आपका कब्जा था, आप ही आप थे. उन्होंने कहा कि 1988 में बेनामी संपत्ति को जो कानून बनाया, उसे नोटिफाइ क्यों नहीं किया. उन्होंने कहा क्या कारण था कि ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि वे कौन लोग थे जिन्हें कानून बनने के बाद ज्ञान हुआ कि कानून को नोटिफाइ नहीं करने में उनका फायदा है.
उन्होंने कहा कि इसके जवाब से आप बच नहीं सकते, आपको देना ही होगा. आप कितने बड़े भी क्यों नहीं हों आपको गरीब का हक लौटाना ही पड़ेगा और मैं इस रास्ते से पीछे हटने वाला नहीं हूं. मैं गरीबों की लड़ाई लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा.
उन्होंने कहा कि गरीबों के पास प्राकृतिक संसाधन व मानव संसाधन की कमी नहीं थी, लेकिन उसे एक ऐसा वर्ग लूटता रहा जिसके चलते देश वहां नहीं पहुंच सका जहां पहुंचना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोगों चार्वाक दर्शन पर विश्वास करते हैं कि जब तक जीयो कर्ज लेकर घी पीये. मोदी ने कहा कि ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर शरीर थोड़ा स्वस्थ होने का इंतजार करते हैं. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था इस समय विमुद्रीकरण करने के लिए ठीक थी. उन्होंने कहा कि दीवाली में ही 50 प्रतिशत कारोबार होता है, उसके बाद व्यापारी भी छुट्टी पर जाते हैं. इसलिए उसके ठीक बाद ऐसा किया, ताकि 15-20 दिन की दिक्कत में चीजें ठीक हो.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय इनकम टैक्स अफसर बहुत तंग करते थे, लेकिन अब जिसेस्वच्छ धारा में आना है, वे आसानी से आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि बेनामी संपत्ति का कानून पारित हो चुका है. जो सुन रहे हैं, वे इसे पढ़ लें. जिनके पास बेनामी संपत्ति है, वे अपने चार्टर्ड एकाउंटेंट से जाकर पूछ लें. उन्होंने कहा कि आप आयें और देश में योगदान दें.
उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है कि विमुद्रीकरण का फैसला अचानक हो गया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कालाधन के लिए एसआइटी बनाने की बात कही थी, हमने बनायी. उन्होंने कहा कि नीतियों की ताकत नीयत से जुड़ी है. अगर नीयत में खोट है तो नीतियों की ताकत शून्य हो जाती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के लिए प्रण कर निकला हुआ व्यक्ति हूं मैं. उन्होंने कहा कि पहल योजना से हमने लिकेज रोका और गरीब लोगों को गैस कनेक्शन दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं सदन में जिम्मेवारी के साथ बोलता हूं. उन्होंने कहा कि बिचौलिये गरीब का माल बेच देते थे. उन्होंने कहा कि आधार कार्ड का उपयोग कर करीब-करीब चार करोड़ फर्जी राशन कार्ड पकड़े.
उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में यूरिया के लिए कभी कतार नहीं लगी, लाठी चार्ज नहीं हुआ. पहले के अखबारों को निकाल कर देख लीजिए. पांच अक्तूबर 2007 में आपकी सरकार के जीओएम ने सैद्धांतिक तौर पर यूरिया नीम कोटीन को मंजूरी दी. उन्होंने कहा कि लेकिन इसे 100 प्रतिशत हमने नीम कोटीन किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने कहा कि राष्ट्रपति जी ने आह्वान किया है कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव एक साथ हो. इस दिशा में सबको सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे प्राथमिक तौर पर सबको थोड़ा नुकसान होगा, लेकिन अंतत: देश को लाभ होगा.
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संसद से जुड़ी पूर्व की गतिविधियां
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी में छहफरवरी की रात उत्तराखंड में आये भूकंप का मुद्दा उठाया.उन्होंने कहा किकेंद्र सरकार राज्य के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदीजी जहां जाते हैं, वहां प्राकृतिक आपदा आ जाती है. अत: वे उत्तराखंड नहीं जायें. तिवारी केइस बयानपर सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि केंद्र ने राज्य को हमेशा मदद की है, उन्होंने कहा कि अगर मोदीजी से कांग्रेस में भूकंप आता है तो सरकार कुछ नहीं कर सकती है.
झामुमो केराज्यसभा सांसद संजीव कुमार ने सदन में बड़कागांड गोलीकांड का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर 20 प्रतिशत भूमि का अबतक अधिग्रहण किया गया है और राज्य के एक तिहाई लोग विस्थापित हुए है. उन्होंने कहा कि राज्य में भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इससे संताल-आदिवासी का जल, जंगल व जमीन तबाह हो जायेगा. उन्होंने सीएनटी-एसपीटी एक्टसंशोधन का मुद्दा उठाया.
जया बच्चन ने फिल्म उद्योग के खिलाफहो रही हिंसा का मामला उठाया और सुरक्षा देने की मांगकी. उन्होंने कहा कि यह उद्योग बड़े पैमाने पर रोजगारउपलब्ध करवाता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में राजपूत करणी सेना ने संजय लीला भंसाली के सार बदसलूकी की, जबकि वेविख्यात फिल्मकार है. उन्होंने कहा कि इससेक्या संदेश जाता है. उन्होंने घटना की निंदा की.
भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धेनेराज्यसभा में केरल में हो रही हिंसा का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा किऐसे लोगों व तानाशाही तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
Delhi: Kerala MPs stage a protest in front of Gandhi statue inside Parliament House complex, demanding sufficient food allocation to Kerala. pic.twitter.com/hGWauvSgYM
— ANI (@ANI) February 7, 2017
Delhi: TMC MPs protesting in front of Mahatma Gandhi statue inside Parliament House complex for electoral reform& state-funding of elections pic.twitter.com/mJDPh9SS3e
— ANI (@ANI) February 7, 2017
नयी दिल्ली :संसदके दोनों सत्रों की कार्यवाही आज शुरू हो गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संसद के संयुक्तबैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे. कल ही सदन में इस प्रस्ताव पर बहस संपन्न हुई है.