नयी दिल्ली : पीएम मोदी बुधवार को यानी आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चल रहे धन्यवाद प्रस्ताव की बहस का सुबह 11 बजे जवाब देंगे. भाजपा ने व्हिप जारी करके अपने सांसदों को दो दिन राज्यसभा में मौजूद रहने को कहा है. इससे पहले मंगलवार को पहलीबार संसद में नोटबंदी का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने अपने फैसले की मंशा, तैयारी और वक्त को सही करार दिया.
नोटबंदी की तुलना ‘स्वच्छ भारत’ अभियान से करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ आर्थिक स्वच्छता का यह कदम सोच-समझ कर उठाया गया था. वह भी ऐसे वक्त में जब अर्थव्यवस्था मजबूत थी. उनका अगला वार बेनामी संपत्ति रखने वालों पर होगा. मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने नोटबंदी,सर्जिकल स्ट्राइक समेत तमाम मुद्दों पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए कोई ऐसे निर्णय नहीं लेता है. गरीबों का भला करना था, इसलिए हमने ये फैसले लिये. लोकतंत्र में जनता की आशा-आकांक्षा के लिए अच्छे फैसले लेने ही पड़ते हैं.
नोटबंदी के समय को लेकर उठाये जा रहे सवालों का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि नोटबंदी के लिए यही समय सही था, क्योंकि अर्थव्यवस्था मजबूत थी. जैसे डॉक्टर सर्जरी करने से पहले मरीज के शारीरिक मानदंडों को दुरुस्त करता है. शरीर स्वस्थ हो तभी ऑपरेशन होता है. इसी तरह से यह फैसला हड़बड़ी में नहीं किया गया था, जो ऐसा समझते हैं, उन्हें इसके लिए मोदी का अध्ययन करना पड़ेगा. यह भी कहा कि 50 दिन में स्थिति सामान्य हो जाने के संबंध में मेरा हिसाब किताब सही था. अब गाड़ी उसी प्रकार से चल रही है. यह भी कहा कि कालाधन व भ्रष्टाचार के खिलाफ वह जो कदम उठा रहे हैं, उससे उनके ऊपर क्या बीतेगी, क्या जुल्म होंगे, उन्हें मालूम है, लेकिन प्रण के साथ आगे बढ़ते रहेंगे. गरीबों के लिए शुरू की गयी इस लड़ाई से वह पीछे नहीं हटेंगे.
कालेधन पर पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया और कहा कि हमारी सरकार ने अपने पहले फैसले में कालाधन पर एसआइटी गठित करने का निर्णय किया. विदेशों में जमा कालेधन के खिलाफ नया कठोर कानून बनाया, इस बजट में भी नये कानून की बात है. सजा भी सात से दस साल कर दी. इसके साथ ही मॉरीशस, सिंगापुर जैसे टैक्स हैवन पर काम किया. स्विट्जरलैंड से रियल टाइम सूचना देने का समझौता किया.
नोटबंदी के बाद बार बार नियम बदलने की बात पर मोदी ने कहा कि इस काम में हमने जनता की तकलीफ को समझ कर उस हिसाब से रास्ता बनाने का प्रयास किया. जो लोग अवरोध पैदा करते थे, उनके सामने भी रास्ता बनाने का काम करना जरूरी था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कह रही कि राजीव गांधी कंप्यूटर लाये, मोबाइल फोन लाये, जब मैं मोबाइल फोन को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने की बात कर रहा हूं, तो आप कह रहे हैं कि मोबाइल फोन है कहां. समय से पहले बजट सत्र बुलाने के बारे में आलोचनाओं पर कहा कि कांग्रेस की सरकार ने भी समय बदलने पर विस्तृत समिति बनायी थी. लेकिन हमने उस पर अमल किया. कार्य संस्कृति में बदलाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 से पहले कोयला, 2जी का जिक्र आता था. आवाज उठती थी कितना गया, अब आवाज आती है मोदी कितना लाये. यही बड़ा बदलाव है.
सीमापार सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ा निर्णय था और सर्जिकल स्ट्राइक के कारण कुछ विपक्षी दल को परेशानी हो रही है. विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, सर्जिकल स्ट्राइक के पहले 24 घंटे में कैसे-कैसे बयान दिये गये, लेकिन जब देखा कि देश का मिजाज अलग है, तब आपकी (विपक्ष की) भाषा भी बदल गयी.