तमिलनाडु: अन्नाद्रमुक में ”दंगल” जारी, बोलीं शशिकला- पन्नीरसेल्वम की बगावत के पीछे द्रमुक

चेन्नई : अन्नाद्रमुक में बीती रात वीके शशिकला के खिलाफ बगावत के सुर उस वक्त बुलंद होते दिखे, जब मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि उन्हें रविवार को इस्तीफे के लिए मजबूर किया गया ताकि शशिकला के इस पद पर काबिज होने का रास्ता साफ हो सके. पनीरसेल्वम के इस आरोप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2017 9:00 AM

चेन्नई : अन्नाद्रमुक में बीती रात वीके शशिकला के खिलाफ बगावत के सुर उस वक्त बुलंद होते दिखे, जब मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि उन्हें रविवार को इस्तीफे के लिए मजबूर किया गया ताकि शशिकला के इस पद पर काबिज होने का रास्ता साफ हो सके. पनीरसेल्वम के इस आरोप के बाद खुद शशिकला को सामने आना पड़ा. उन्होंने देर रात पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई और पनीरसेल्वम को पार्टी के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया. बीती रात शशिकला ने कहा कि अन्नाद्रमुक के सभी विधायक एक परिवार की तरह एकजुट हैं. मेरे खिलाफ पन्नीरसेल्वम की बगावत के पीछे द्रमुक है, पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निकाला जाए.

आज सुबह से ही पार्टी मुख्‍यालय के साथ-साथ दोनों नेताओं के आवास पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं. पार्टी मुख्‍यालय को पोस्टर से पाट दिया गया है जिसमें जयललिता के साथ शशिकला नजर आ रहीं हैं. तमिलनाडु में इस बदले हुए घटनाक्रम के बीच अब सभी की नजरें राज्यपाल विद्यासागर राव पर टिकी हुई है. शशिकला ने ताजा संकट के लिए विपक्षी दल डीएमके पर आरोप लगाया है. इधर, अन्नाद्रमुक विधायकों की बुधवार सुबह दस बजे एक बैठक बुलाई गई है. सूत्रों की माने तो गवर्नर शशिकला और पन्नीरसेल्वम से अलग-अलग बातचीत करके मामले का हल निकालने की कोशिश कर सकते हैं.

ये हैं राज्यपाल के पास विकल्प

जानकारों की माने तो राज्यपाल के सामने अब केवल चार विकल्प बचे हैं. पहला यह है कि वह फिलहाल पन्नीरसेल्वम को ही मुख्‍यमंत्री के पद पर काबिज रहने दें. दूसरा वह शशिकला को न्योता देकर बहुमत साबित करने को कह सकते हैं. तीसरें विकल्प की बात करें तो वे विधानसभा भंग करने का फैसला ले सकते हैं, जिसकी उम्मीद कम नजर आ रही है. राज्यपाल चौथे विकल्प के रूप में राज्य में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लगा सकते हैं.

क्या हुआ बीती रात पोस गार्डन में

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जे.जयललिता के पोस गार्डन निवास पर मंत्रियों और पार्टी के विधायकों की बैठक बीती रात हुई जिसमें पन्नीरसेल्वम को कोषाध्यक्ष पद से हटाने का फैसला किया गया. शशिकला स्वर्गीय जयललिता के निवास पर देर रात तक रुकी हुई थीं. मरीना बीच पर जब पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ बयान दिया तो मंत्री और विधायक पोस गार्डन की ओर कूच कर गये. बैठक के बाद करीब 1 बजे शशिकला बाहर आईं और घर के बाहर जमा हुए अपने समर्थकों का अभिवादन करते हुए उन्हें संबोधित किया. शशिकला ने कहा कि पन्नीरसेल्वम के पीछे डीएमके का हाथ है. सभी विधायकों का यही ख्याल है कि पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निकाल दिया जाये. उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी विधायक और नेता परिवार की तरह एकजुट हैं.

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