चेन्नई : पनीरसेल्वम की बगावत के पीछे द्रमुक का हाथ बताने वाली वीके शशिकला को निशाने पर लेते हुए द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने आज कहा कि पाटी को सत्ताधारी दल की ‘अंदरूनी कलह’ से कुछ लेना-देना नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने अन्नाद्रमुक की महासचिव शशिकला पर आरोप लगाया कि ‘शॉर्टकट’ के जरिए मुख्यमंत्री बनने में विफल रहने की वजह से वह झूठे आरोप लगा रही हैं. स्टालिन ने पनीरसेल्वम के उन आरोपों की सीबीआई जांच की भी मांग की कि उन्हें शशिकला को मुख्यमंत्री बनाने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए इस्तीफा देने को मजबूर किया गया.
तमिलनाडु विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष स्टालिन ने शशिकला से यह भी कहा कि वह द्रमुक पर उंगली उठाने के बजाय पनीरसेल्वम के विभिन्न आरोपों का जवाब दें. स्टालिन ने आरोप लगाया कि शशिकला अपनी पार्टी में मौजूद समस्याओं से भागने का तरीका खोजने की कोशिश में हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘शॉर्टकट के जरिए मुख्यमंत्री बनने में विफल रहने पर उन्होंने समस्याओं से भागने का तरीका ढूंढने के लिए द्रमुक के खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘अन्नाद्रमुक की राजनीतिक कलह और अंदरूनी झगड़ों के लिए द्रमुक जिम्मेदार नहीं है. यदि आप पनीरसेल्वम के आरोपों पर जवाब नहीं दे सकतीं तो द्रमुक पर उंगली मत उठाइए.’
शशिकला की इस टिप्पणी पर कि स्टालिन और पनीरसेल्वम विधानसभा में एक-दूसरे को देख रहे थे और एकसाथ हंस रहे थे, स्टालिन ने कहा कि यह उनके दल के ‘‘राजनीतिक शिष्टाचार’ का हिस्सा है.
उन्होंने कहा कि वह तो पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जयललिता को भी देखकर मुस्कुराते थे तो क्या इसे लेकर भी आरोप लगने चाहिए? स्टालिन ने एक बयान में कहा, ‘‘पिछले साल जयललिता के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए आयोजित समारोह में मैं नेता प्रतिपक्ष के तौर पर गया था और उन्होंने मेरा शुक्रिया भी अदा किया. क्या यही सवाल शशिकला जयललिता से भी पूछ सकती थीं?’ एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत शशिकला ने पूर्व में आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ पनीरसेल्वम की बगावत के पीछे प्रमुख विपक्षी द्रमुक का हाथ है.
शशिकला ने कहा था, ‘‘पनीरसेल्वम के पीछे द्रमुक का हाथ है. इसकी वजह यह है कि विधानसभा के हालिया सत्र में मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष एक-दूसरे को देख रहे थे और एकसाथ हंस रहे थे.’ स्टालिन ने याद करते हुए कहा कि जब जयललिता अस्पताल में भर्ती थीं, तब वह उनकी सेहत के बारे में जानकारी लेने के लिए अस्पताल गए थे और फिर उनके निधन के बाद उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि दी. जब जयललिता का पार्थिव शरीर सामनेपड़ा हुआ था, तब उन्होंने पनीरसेल्वम को सांत्वना भी दी थी.’ उन्होंने कहा कि पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भी द्रमुक अपनी ‘राजनीतिक शिष्टाचार’ की प्रथा को बरकरार रखना चाहती थी और ‘शायद शशिकला को सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच का यह सहयोग पसंद नहीं आया. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘पनीरसेल्वम ने कल रात उन सभी अपमानों के बारेमें बताया, जो उन्हें झेलने पड़े. यदि शशिकला उनकी इन बातों का जवाब दे सकें तो दें.’ स्टालिन ने आगे आरोप लगाया कि राज्य का प्रशासनिक तंत्र ढह गया है. उन्होंने पनीरसेल्वम के इन आरोपों की सीबीआइ जांच की मांग की कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया.
उन्होंने कहा , ‘‘राज्यपाल (सी विद्यासागर राव) को तत्काल चेन्नई आना चाहिए और तमिलनाडु के कल्याण के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए.’