विधायकों का दावा: पन्नीरसेल्वम खेमे से मिल रही धमकी
चेन्नई : मद्रास हाइकोर्ट के आदेश पर पुलिस अफसरों की एक टीम शनिवार को उस रिजॉर्ट पर पहुंची, जहां अन्नाद्रमुक के 120 विधायकों को ठहराया गया है. अफसरों ने हर विधायक से अलग-अलग पूछताछ की. सूत्रों के मुताबिक, विधायकों ने यह लिख कर नहीं दिया है कि वे यहां अपनी मर्जी से आये हैं. करीब […]
चेन्नई : मद्रास हाइकोर्ट के आदेश पर पुलिस अफसरों की एक टीम शनिवार को उस रिजॉर्ट पर पहुंची, जहां अन्नाद्रमुक के 120 विधायकों को ठहराया गया है. अफसरों ने हर विधायक से अलग-अलग पूछताछ की. सूत्रों के मुताबिक, विधायकों ने यह लिख कर नहीं दिया है कि वे यहां अपनी मर्जी से आये हैं. करीब आधे से ज्यादा विधायकों ने लिखित घोषणापत्र देने से भी मना किया है.
अधिकारियों ने बताया कि हर विधायक का जवाब सोमवार को कोर्ट में दाखिल किया जायेगा. अफसरों के जाने के बाद दो विधायक केवी पन्नीरसेल्वम और सीके मोहन ने संवाददाताओं से बातचीत की. उन्होंने कहा कि वे रिजॉर्ट में खुद से रह रहे हैं. वहीं, एक अन्य विधायक रामालिंगम से जब यह पूछा गया कि उन्होंने एमएलए हॉस्टल में रहना क्यों नहीं पसंद किया, इस पर विधायक ने कहा कि उन्हें पन्नीरसेल्वम खेमे से धमकी मिली है. हम अपनी सुरक्षा के मद्देनजर रिजॉर्ट में रह रहे हैं.
सरकार को एक परिवार के हाथ में जाने से रोकें
मैं निश्चित रूप से अपने मतदाताओं की सामूहिक आवाज सुनूंगा और अम्मा की स्मृति की प्रतिष्ठा और अन्नाद्रमुक की एकता बनाये रखने की दिशा में फैसला लूंगा. चलो हम सब एकजुट हो जायें और लोगों की रक्षा के लिए आगे बढ़े. पार्टी और सरकार को एक परिवार के हाथ मे जाने से रोकें.
ओ पन्नीरसेल्वम, कार्यवाहक मुख्यमंत्री
सरकार की अगुआई करना मेरा कर्तव्य
पार्टी एवं सरकार की अगुआई करना मेरा कर्तव्य है. कुछ लोगों की तिकड़म इस जनांदोलन को नुकसान नहीं पहुंचा सकती, जिसमें 1.5 करोड़ समर्थक हैं और समर्थकों की यह सेना अम्मा (जयललिता) छोड़ कर गयीं. पन्नीरसेल्वम ने पार्टी की पीठ में छुरा भोंका है.
शशिकला, महासचिव, अन्नाद्रमुक