श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर घाटी में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच इस साल का सबसे भीषण मुठभेड़ रविवार को कुलगाम में हुआ जिसमें सात लोगों की मौत हो गई. इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए जबकि चार आतंकी और आतंकियों से हमदर्दी रखने वाला एक शख्स मुठभेड़ के दौरान मारा गया. इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में एक और शख्स की मौत हो गई. कुलगाम मुठभेड़ को लेकर अब घाटी में तनाव व्याप्त है और अलगाववादियों ने आज बंद बुलाया है.
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार तड़के मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा व हिजबुल मुजाहिदीन के चार आतंकियों को मार गिराया, जबकि सेना के दो जवान शहीद हो गये. इस अभियान में एक अधिकारी सहित सेना के तीन जवान घायल हो गये, जिन्हें श्रीनगर स्थित सेना के ‘92 बेस हॉस्पिटल’ में भरती कराया गया.
पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों ने चार आतंकियों को मार कर बड़ी सफलता हासिल की है. शहीद जवानों की पहचान लांस नायक रघुवीर सिंह व लांस नायक गोपाल सिंह बडोदिया के रूप में हुई है. तीन घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ में चार उग्रवादी मारे गये जिनकी पहचान लश्कर-ए-तैयबा के मदस्सर अहमद तांत्रे और वकील अहमद ठोकर और हिजबुल मुजाहीद्दीन के फारख अहमद भट और मोहम्मद युनूस लोन के रूप में हुई है.
खूंखार आतंकी अल्ताफ समेत तीन भागे
नागबल गांव में आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिलने पर पुलिस ने तड़के करीब साढ़े तीन बजे सेना और अर्द्धसैनिक बलों की मदद से गांव को घेर लिया. यह इलाका श्रीनगर से करीब 70 किलोमीटर दूर है. घरों की तलाशी के दौरान एक घर में आतंकी मिले. सुरक्षाबलों को देखते ही आतंकियों ने जबरदस्त गोलीबारी की. चार आतंकी मारे गये, जबकि तीन पास के जंगलों में भाग गये. माना जा रहा है कि वे घायल हैं. संदेह है कि हिजबुल का खूंखार आतंकी अल्ताफ कचरु भी घायल हुआ है. सर्च ऑपरेशन जारी है.
मुठभेड़ के बाद झड़प 15 घायल
मुठभेड़ के बाद युवाओं के एक समूह ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सेना ने गोलियां चलायी, जिसमें 15 लोग घायल हुए. इनमें से एक की अनंतनाग जिला अस्पताल में मौत हो गयी, दो अन्य को श्रीनगर अस्पताल भेजा गया है.