मुंबई : बीएमसी के नतीजे गुरुवार को आ चुके हैं जिसके बाद शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. इस चुनाव में भाजपा ने भी शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन, इसके बावजूद बीएमसी पर कौन राज करेगा यह साफ नहीं हो सका है. क्योंकि, किसी भी पार्टी केा बहुमत नहीं मिला है.
ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि शिवसेना-भाजपा में ‘दोस्ती’ हो सकती है लेकिन, शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के लेख को देखकर लगता है कि शिवसेना झुकने को तैयार नहीं है. आज के लेख में भाजपा और शिवसेना के साथ आने की उम्मीद को झटका लगा है.
शिवसेना ने सामना के संपादकीय के माध्यम से भाजपा पर जोरदार हमला किया है. मुंबई बीएमसी में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद शिवसेना ने कहा है कि उसे नतीजों की परवाह नहीं है. मुखपत्र सामना में शिवसेना ने कहा है कि भाजपा बीएमसी में जीती जरूर लेकिन हमें हराने में उसे सफलता नहीं मिली है. लेख में लिखा गया है कि मराठी अस्मिता के लिए शिवसेना की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी और हम हार नहीं मानने वालों में से नहीं हैं.
शिवसेना सामना में लिखा है कि कई घाव झेलने के बाद भी शिवसेना ने हार नहीं मानी और भगवा झंडा हाथ से नहीं निकलने दिया. शिवसेना ने पूरी सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ा और जीत का परचम फहराया.
यहां उल्लेख कर दें कि शिवसेना को चुनावों में 84 सीटें मिली हैं जबकि भाजपा ने भी 82 सीटों पर जीत हासिल कर ली है. अब देखना यह है कि राजनीति में कयासों के दौर के बीच क्या हल निकलता है?