मुंबई : बीएमसी चुनाव में अपने दम पर अलग चुनाव लड़ने वाली भाजपा की पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना अब धीरे-धीरे मुंबई में देवेंद्र फड़णवीस सरकार के लिए खतरे की घंटी बजा रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीएमसी चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद शिवसेना देश की सबसे बड़ी महानगरपालिका को चलाने के लिए कांग्रेस का हाथ थामने की तैयारी में है.
मीडिया में चल रही खबरों को अगर माने तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कांग्रेस से मेयर पद के लिए समर्थन मांगा है. बदले में उद्धव ने कांग्रेस को डिप्टी मेयर का पद देने का ऑफर किया है. हालांकि कांग्रेस ने साथ कर दिया है कि वो डिप्टी मेयर के चुनाव में शिवसेना के साथ हाथ नहीं मिला रही है. कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि हमने फैसला किया है कि डिप्टी मेयर के चुनाव में कांग्रेस पार्टी शिवसेना के साथ नहीं जा रही है.
हालांकि कांग्रेस ने भी माना की कुछ शिवसेना के नेताओं ने उनसे समर्थन के लिए संपर्क किया था. संजय निरुपम ने कहा कि हमने स्पष्ट रूप से कहा कि हम सांप्रदायिक पार्टी है जो जाति और धर्म के आधार पर राजनीति करती है के साथ गठबंधन नहीं कर सकते.
Humne faisla kia hai Deputy Mayor ke chunaav mein Congress party Shiv Sena ke sath nahi jaa rahi hai: Sanjay Nirupam,Congress #BMCPolls2017 pic.twitter.com/bBqv3nX6W4
— ANI (@ANI) February 25, 2017