इम्फाल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भाजपा के सत्ता में आने पर मणिपुर में जारी आर्थिक नाकेबंदी खत्म करने का वादा किया और कहा कि कांग्रेस जो 15 सालों में नहीं कर पायी, वह भाजपा सरकार 15 महीनों में कर दिखाएगी. उन्होंने साथ ही मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह पर करारा हमला करते हुए उन पर ‘‘सबसे भ्रष्ट सरकार चलाने” का और ‘‘दस प्रतिशत कमीशन लेने” का आरोप लगाया.
मोदी ने विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार के अधीन मणिपुर का विकास ठप हो गया.” उन्होंने लोगों को नौकरियां, बुनियादी ढांचा एवं उचित पेय जल मुहैया कराने में ‘‘नाकाम” रहने के लिए कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार जो 15 साल में नहीं कर पायी, हमारी (भाजपा) सरकार 15 महीने में कर दिखाएगी.”
प्रधानमंत्री ने साथ ही आरोप लगाया कि इबोबी सरकार नगा समझौते को लेकर ‘‘फर्जी अभियान चला रही है एवं लोगों को गुमराह किया जा रहा है.” उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि नगा समझौते में मणिपुर के लोगों या उसके हितों को दरकिनार करने का एक भी संदर्भ नहीं है.”
मोदी ने कांग्रेस सरकार का उपहास करते हुए कहा, ‘‘नगा समझौता डेढ़ साल पहले हुआ था. तब आप क्या कर रहे थे? क्या आप गहरी नींद में थे? और अचानक चुनाव से पहले आप जाग गए. आप लोगों को गुमराह करने के लिए फर्जी दावे कर रहे हैं.” यूनाइटेड नगा काउंसिल (यूएनसी) द्वारा पिछले साल नवंबर में शुरू की गयी अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकाबंदी को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जरुरी सामान की उपलब्धता सुनिश्चित करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. लेकिन यहां के लोगों को दवाइयां एवं दूसरी चीजें नहीं मिल रहीं.”
मोदी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय राजमार्ग पर इतने महीनों से नाकेबंदी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी. कांग्रेस नाकेबंदी करने वालों के साथ मिली हुई है. मैंने राज्य सरकार से कहा कि उसे जो भी मदद चाहिए, केंद्र वह देने के लिए तैयार है.” उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा मणिपुर में अगली सरकार बनाएगी और तब कोई नाकेबंदी नहीं होने दी जाएगी. हम दिखाएंगे कि सरकार कैसी चलती है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस मणिपुर को ‘‘जलने” देकर एवं ‘‘सत्ता की खातिर एक जनजाति को दूसरे के खिलाफ खड़ा कर” फायदा उठाना चाहती है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह किस तरह की ओछी राजनीति है जहां आप भाइयों को एक दूसरे से लड़ा रहे हैं.” मोदी ने मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा, ‘‘मैंने सुना है कि पिछले 15 सालों से शासन कर रहे राज्य के मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री दस प्रतिशत के नाम से जाना जाता है. राज्य के लोगों को यह फैसला करना है कि वे 100 प्रतिशत ईमानदार मुख्यमंत्री चाहते हैं या उसे चाहते हैं जो दस प्रतिशत कमीशन लेता है.” उन्होंने कहा कि केंद्र मणिपुर को बहुत सारी धनराशि भेजता रहा है लेकिन सत्तारुढ दल के नेता एवं मंत्री अधिकतर पैसे का गबन कर लेते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पहले कांग्रेस के शासन में जब धनराशि आती थी, कांग्रेस नेता एवं मंत्री उसका गबन कर लेते थे. लेकिन अब केंद्र में भाजपा की सरकार है और एक-एक पैसे के लिए मणिपुर सरकार को जवाबदेह ठहराया जाएगा.” उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों की एकता एवं विकास पर ध्यान देती है और पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी राज्यों में विकास होना चाहिए.
मोदी ने नोटबंदी को लेकर कहा कि जबतक काला धन वापस नहीं आ जाता, वह नहीं रुकेंगे और प्रतिबंध को लेकर केवल कांग्रेस को समस्या है. उन्होंने कहा, ‘‘वापस आने वाले काले धन का इस्तेमाल देश के विकास एवं गरीबों के उत्थान के लिए किया जाएगा. लेकिन जब नोटबंदी के फैसले की घोषणा की गयी, कांग्रेस ने सबसे ज्यादा शोर मचाया था.” राज्य में 60 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए चार एवं आठ मार्च को मतदान होगा.