BMC : गठबंधन को लेकर रहस्य कायम, कांग्रेस को ”सेना” का साथ पसंद नहीं तो उद्धव को भाजपा का

मुंबई : शिवसेना ने कांग्रेस के साथ और कांग्रेस ने शिवसेना के साथ गंठबंधन से आज साफ इनकार कर दिया. इधर उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ गंठबंधन पर अपना स्थिति स्‍पष्‍ट नहीं कर रहे हैं. इस स्थिति में बीएमसी में पेंच फंसती नजर आ रही है. किसी भी दल के पास स्‍पष्‍ट बहुमत नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2017 10:17 PM

मुंबई : शिवसेना ने कांग्रेस के साथ और कांग्रेस ने शिवसेना के साथ गंठबंधन से आज साफ इनकार कर दिया. इधर उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ गंठबंधन पर अपना स्थिति स्‍पष्‍ट नहीं कर रहे हैं. इस स्थिति में बीएमसी में पेंच फंसती नजर आ रही है. किसी भी दल के पास स्‍पष्‍ट बहुमत नहीं है. वैसे में गंठबंधन मजबूरी बन जाती है.

आज कांग्रेस ने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में काबिज होने अथवा अपना महापौर बनवाने के लिए वह शिवसेना का समर्थन नहीं करेगी. कांग्रेस की मुंबई इकाई के अध्यक्ष संजय निरुपम ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी समान विचारधारा वाले दलों के साथ विचार…विमर्श करने की योजना बना रही है ताकि महापौर के चुनाव के लिए साझा उम्मीदवार बनाया जा सके.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि बीएमसी में सत्ता हासिल करने के लिए शिवसेना और भाजपा फिर एक साथ हो जाएंगे. नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा, ‘‘बीएमसी में सत्ता में आने के लिए कांग्रेस शिवसेना का समर्थन नहीं करेगी. पार्टी ने बीएमसी में शिवसेना का समर्थन नहीं करने का निर्णय किया है.’ उन्होंने कहा कि शिवसेना के कई नेता इस मुद्दे पर कांग्रेस के संपर्क में हैं लेकिन उनकी पार्टी ने शिवसेना का समर्थन नहीं करने का निर्णय किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हैं.’ निरुपम ने कहा, ‘‘पार्टी समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन पर विचार कर रही है और महापौर के चुनाव में साझा उम्मीदवार पेश करेगी.’ बीएमसी चुनावों में खंडित जनादेश मिलने के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस में यह विचार तेजी से उभरा कि उसे महानगर में महापौर के उम्मीदवार के लिए शिवसेना का समर्थन करना चाहिए ताकि भगवा खेमे में दरार और चौड़ी की जा सके.
इधर स्पष्ट जनादेश नहीं मिलने के बीच सबसे बड़ी पार्टी शिवेसना ने आज विश्वास जताया कि मेयर का पद उसकी पार्टी से होगा. शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने इससे इंकार किया कि पार्टी ने समर्थन के लिए कांग्रेस से संपर्क किया है. पार्टी मुख्यालय में यहां आज अपराह्न राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘मैं कह सकता हूं कि हमारे पास सबसे ज्यादा पार्षद है और मेयर शिवसेना से ही होगा. कांग्रेस से समर्थन मांगने की खबरें सही नहीं है. ‘ शिवसेना के वरिष्ठ नेता ने दादर में पार्टी मुख्यालय में बैठक में अगले कदम पर विचार किया. नवनिर्वाचित पार्षदों ने पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की.
यह पूछे जाने पर कि पार्टी को मेयर पद कैसे मिलेगा क्योंकि 227 सदस्यीय बीएमसी में इसके लिए 114 का आंकड़ा चाहिए, राउत ने कहा, ‘‘नौ मार्च :मेयर के लिए चुनाव का दिन: तक इंतजार कीजिए, जब हम आपको बताएंगे. ‘
भाजपा ने भी साफ कर दिया है कि वो कांग्रेस के साथ गंठबंधन किसी भी किमत में नहीं करेगी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि बीएमसी में भाजपा का कांग्रेस के साथ चुनाव बाद गठबंधन नहीं होगा और न ही भाजपा पारदर्शिता के एजेंडे को छोड़ेगी जो निकाय चुनावों में इसका वादा था.
‘‘हम उन लोगों को साथ लेकर चलेंगे जो हमारे साथ आएंगे लेकिन उनके बगैर आगे बढ़ेंगे जो हमारे साथ नहीं हैं.’ भाजपा के विजय दिवस के तौर पर सभा का आयोजन किया गया था. हाल में महाराष्ट्र और ओडिशा नगर निकायों में भाजपा की जीत के बाद देश के हर जिला मुख्यालय में विजय दिवस का आयोजन किया गया.
फडणवीस ने कहा, ‘‘जो कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहते हैं उन्हें करने दीजिए. हम उन्हें नहीं रोकेंगे.’ उनका इशारा संभवत: शिवसेना की तरफ था जो मुंबई के महापौर का पद हासिल करने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन पर विचार कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने रास्ते पर चलेंगे, उन लोगों के साथ चलेंगे जो हमारे साथ हैं.’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा ऐसी पार्टी है जो विचारधारा की लड़ाई विचारधारा के साथ लडती है. हम चाहे सत्ता में आएं या नहीं (बीएमसी में), हम कभी भी कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे.’

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