”मन की बात” : बोले पीएम मोदी- कम लागत में 104 सैटेलाइट भेजकर इसरो ने पूरी दुनिया को चौंका दिया

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये एक बार फिर देश की जनता से रू-ब-रू हुए. उन्होंने कार्यक्रम के 29वें संबोधन में कहा कि सर्दी का मौसम अब जाने को है, बसंत के मौसम ने हम सबके जीवन में दस्तक दे दी है. अमीर ख़ुसरो ने मौसम के इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2017 10:55 AM

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये एक बार फिर देश की जनता से रू-ब-रू हुए. उन्होंने कार्यक्रम के 29वें संबोधन में कहा कि सर्दी का मौसम अब जाने को है, बसंत के मौसम ने हम सबके जीवन में दस्तक दे दी है. अमीर ख़ुसरो ने मौसम के इस बदलाव के पलों का बड़ा मज़ेदार वर्णन किया है….

“फूल रही सरसों सकल बन,

अम्बवा फूटे, टेसू फूले,

कोयल बोले, डार-डार”

उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी, महाशिवरात्रि और होली का त्योहार इंसान के जीवन में ख़ुशियों के रंग डालता है. हम फाल्गुन महीने को विदा करने वाले हैं और नये मास चैत्र का स्वागत करने को तैयार बैठे हैं. बसंत ऋतु इन्हीं दो महीनों का संयोग है.

पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश के नागरिकों का इस बात से आभार व्यक्त करता हूँ कि #MannKiBaat के पहले, जब मैं सुझाव माँगता हूं, ढ़ेर सारे सुझाव आते हैं. इस बार शोभा जालान जी ने NarendraModiApp द्वारा इसरो की उप्लब्धियों के बारे में जानना चाहा है. इस लिए उन्होंने 104 satellites के launch और interceptor missile के बारे में कुछ जानकारी मांगी है.

उन्होंने कहा कि 15 फ़रवरी,2017 भारत के जीवन में गौरवपूर्ण दिवस है। हमारे वैज्ञानिकों ने विश्व के सामने भारत का सर गर्व से ऊंचा किया है. इसरो ने कई अभूतपूर्व mission सफलतापूर्वक पूर्ण किए हैं. ‘मंगलयान’ भेजने के बाद पिछले दिनों इसरो ने विश्व रिकॉर्ड बनाया. इसरो ने Mega Mission के ज़रिये एक साथ विभिन्न देशों के 104 satellites अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक launch किए हैं.

उन्होंने कहा कि 104 satellites को अन्तरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना और यह लगातार 38वां PSLV का सफल launch है. भारत का Satellite Cartosat- 2D के माध्यम से खींची हुई तस्वीरों से संसाधनों की mapping,infrastructure के planning में मदद मिलेगी. ख़ास करके किसान को देश में जो सभी जल स्रोत है, वो कितना है,उसका उपयोग कैसे हो सकता है इन सारे विषयों पर Cartosat 2D बहुत मदद करेगा.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिये ये भी ख़ुशी की बात है कि इस सारे अभियान का नेतृत्व, हमारे युवा वैज्ञानिक, हमारी महिला वैज्ञानिक, उन्होंने किया है. शोभा जी ने एक और भी सवाल पूछा है और वो है भारत की सुरक्षा के संबंध में, भारत ने एक बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त की है, उसके विषय में. भारत ने रक्षा के क्षेत्र में भी Ballistic Interceptor Missile का सफल परीक्षण किया है. Interception technology वाले इस missile ने trial के दौरान ज़मीन से 100 कि.मी. की ऊंचाई पर दुश्मन की missile को ढेर कर सफलता पायी. दुनिया के चार या पांच ही देश हैं कि जिन्हें ये महारत हासिल है. भारत के वैज्ञानिकों ने ये करके दिखाया.

इसकी ताक़त है कि 2000 कि.मी. दूर से भी भारत पर आक्रमण के लिये missile आती है तो ये missile अन्तरिक्ष में ही उसको नष्ट कर देती है.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी युवा-पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग एवं भारत के विदेश मंत्रालय ने 14वें प्रवासी भारतीय दिवस के समय एक बड़ी unique प्रकार की competition की योजना की थी. जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. समाज उपयोगी innovation को invite किया गया. ऐसे innovations को identify करना, showcase करना, लोगों को जानकारी देना. हमारा समाज technology driven हो रहा है. व्यवस्थायें technology driven हो रही हैं. Technology हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है.

उन्होंने डिजि-धन का उल्लेख करते हुए कहा कि इसपर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से digital currency की तरफ़ बढ़ रहे हैं. भारत में digital transaction तेज़ी से बढ़ रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि 14 अप्रैल डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को BHIM App download करना सिखायें. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखायें और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखायें.

कृषि का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गांव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकार्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है. देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.

दिव्यांगों का जिक्र करते हुइए उन्होंने कहा कि Rio Paralympics में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. WorldCup के final में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार world champion बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है.

महिलाओं का साहस बढाते हुए उन्होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष-विज्ञान- महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं,एशियाई Rugby Sevens Trophy हमारी महिला खिलाड़ियों ने silver medal जीता.

“महिला, वो शक्ति है, सशक्त है, वो भारत की नारी है,

न ज़्यादा में, न कम में, वो सब में बराबर की अधिकारी है”

Next Article

Exit mobile version