मन की बात पीएम ने की कई अहम बातें , पढ़ें प्रमुख अंश

नयी दिल्ली: आकाशवाणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 29वें मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण हुआ. इस बार प्रधानमंत्री ने मन की बात में कई अह बातों का जिक्र किया उन्होने वैज्ञानिकों की उपलब्धियां , डिजिटल भुगतान, काला धन समेत कई अहम बातों पर मन की बात रखी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से ‘भ्रष्टाचार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2017 5:07 PM

नयी दिल्ली: आकाशवाणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 29वें मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण हुआ. इस बार प्रधानमंत्री ने मन की बात में कई अह बातों का जिक्र किया उन्होने वैज्ञानिकों की उपलब्धियां , डिजिटल भुगतान, काला धन समेत कई अहम बातों पर मन की बात रखी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से ‘भ्रष्टाचार विरोधी कैडर’ बनने की अपील करते हुए आज कहा कि डिजिटल भुगतान से कालेधन पर अंकुश लगाया जा सकता है और यह भ्रष्टाचार से लड़ने में भी प्रमुख भूमिका निभा सकता है.

युवाओं से अपील
मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि युवाओं को सरकार की ओर से शुरु की गई डिजिटल भुगतान योजनाओं का दूत बनना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘आप इस आंदोलन का नेतृत्व कीजिए. आप इसको आगे बढाइये और इस काम की एक प्रकार से भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका है. मेरी दृष्टि से इस काम से जुड़ा हुआ हर व्यक्ति भ्रष्टाचार विरोधी कैडर है. एक प्रकार से आप शुचिता के सैनिक हैं.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग धीरे-धीरे नकदी का उपयोग छोड़ रहे हैं और डिजिटल भुगतान की दिशा में बढ़ रहे हैं तथा युवा भुगतान के लिए अपने मोबाइल फोन एक नये उपकरण की इस्तेमाल करने में नेतृत्व कर रहे हैं.
मोदी ने कहा कि पिछले दो महीनों में 10 लाख लोगों को पुरस्कृत किया गया, 50,000 से अधिक व्यापारियों ने पुरस्कार जीते और सरकार के डिजिटल भुगतान अभियान को आगे बढ़ाने और बढ़ावा देने वाले लोगों ने 150 करोड़ रुपये से अधिक राशि जीती. उन्होंने कहा कि 14 डिजिटल भुगतान योजनाओं को 14 अप्रैल :अंबेडकर जयंती: को 100 दिन पूरे हो जाएंगे तथा और हर व्यक्ति को इसमें मदद करनी चाहिए कि 125 लोग अपने मोबाइल फोन पर ‘भीम’ एप डाउनलोड करें.
स्वच्छ भारत का जिक्र
‘स्वच्छ भारत’ अभियान का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शौचालयों की सफाई करते हुए भी ‘मनोवैज्ञानिक अवरोधक’ आडे नहीं आना चाहिए तथा कुछ वरिष्ठ नौकरशाहों ने दिखाया कि शौचालय की सफाई अब कितनी सहज हो गई है.
मोदी ने ‘दृष्टिबाधितों के टी-20 विश्वकप’ में पाकिस्तान को पराजित करने वाले ‘दिव्यांगो’ को बधाई दी. उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ कार्यक्रम अब सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं रह गया है, बल्कि सामाजिक संवेदना और जन शिक्षा का अभियान बन चुका है.
प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए भारत को और वैज्ञानिकों की जरुरत
आम लोगों के फायदे की खातिर प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए देश को और अधिक वैज्ञानिकों की जरुरत पर बल देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि 104 उपग्रहों का एक साथ प्रक्षेपण और एक नयी मिसाइल के सफल परीक्षण जैसी उपलब्धियों के माध्यम से हमारे वैज्ञानिकों ने राष्ट्र को गौरवान्वित किया और दुनिया भर में उनकी सराहना हुई है. मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘मेरे प्यारे नौजवानो, जब हम विज्ञान और वैज्ञानिकों के कठिन परिश्रम की बात करते हैं, तो कई बार मैंने मन की बात में इस बात को कहा है कि हमारी युवा पीढी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बनना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की जरुरत है.
आज का वैज्ञानिक आने वाले युगों में आने वाली पीढियों के जीवन में एक स्थायी बदलाव का कारण बनता है.’ हाल ही में संपन्न 14वें प्रवासी भारतीय दिवस में आयोजित एक प्रतिस्पर्धा का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘समाज उपयोगी नवोन्मेष को प्रदर्शित किया गया. ऐसे नवोन्मेष की पहचान करना, इसे प्रदर्शित करना, लोगों को जानकारी देना और यह देखना कि नवोन्मेष जन-सामान्य के लिये कैसे काम आएं, ये बहुत महत्वपूर्ण है. हमने अभी एक नवोन्मेष देखा जो जो हमारे गरीब मछुआरे भाइयों की मदद के लिये बनाया गया है.’
भारत ने रचा इतिहास
मोदी ने 2005 की मुंबई बाढ का जिक्र किया और कहा, ‘‘कई बार ऐसा समय आ जाता है जब समस्या ही समाधान के लिए विज्ञान का महत्व समझाती है.’ मुंबई बाढ के बाद ऐसे आवासीय ढांचों को विकसित करने पर बल दिया जाने लगा जो उसमें रहने वालों को ऐसी परिस्थितियों में बचा सके और पानी जमा होने से रोका जा सके. पीएसलवी रॉकेट के जरिए रिकॉर्ड 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजे जाने का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिक देश के लिए गौरव लाए हैं. इसरो ने पीएसएलवी राकेट के जरिये यह 38वां सफल प्रक्षेपण किया है. उन्होंने कहा कि इसरो की टीम में महिलाओं सहित कई युवा वैज्ञानिक हैं. मोदी ने कहा, ‘‘मंगलयान को मंगल पर भेजने के सफल मिशन के बाद इसरो ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में विश्व कीर्तिमान बना दिया। इसरो ने एकसाथ 104 उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया…ये उपग्रह कई देशों के हैं….एक बार में 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित करने वाला पहला देश बनकर भारत ने इतिहास रच दिया .’
कृषि और किसानों का जिक्र
मोदी ने कहा, ‘‘हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गांव की आर्थिक ताकत, देश की आर्थिक गति को ताकत देती है. मैं आज एक बहुत खुशी की बात आपको कहना चाहता हू. हमारे किसान भाईयां-बहनों ने की मेहनत करके अन्न के भंडार भर दिए हैं.
हमारे देश में किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकार्ड अन्न उत्पादन हुआ है. सारे संकेत यही कह रहे हैं कि हमारे किसानों ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये है.’
उन्होंने कहा, ‘‘इस वर्ष देश में लगभग दो हजार सात सौ लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. हमारे किसानों के नाम जो आखिरी रिकॉर्ड अंकित हुआ था, उससे भी ये 8 प्रतिशत से ज्यादा है. ये अपने-आप में अभूतपूर्व सिद्धि है.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं विशेष रुप से देश के किसानों का धन्यवाद करना चाहता हूं. किसानों का धन्यवाद इसलिये भी करना चाहता हूं कि वे परंपरागत फसलों के साथ-साथ देश के गरीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज्यादा प्रोटीन

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