बीएमसी में शिवसेना के साथ हाथ मिला सकती है एनसीपी
मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने आज कहा कि उनकी पार्टी हाल में महाराष्ट्र में जितने भी नगर निगमों और जिला परिषदों में चुनाव हुए उन सबमें कांग्रेस से हाथ मिलाएगी. पवार ने नांदेड में संवाददाताओं से कहा, ‘‘राकांपा चुनाव बाद के परिदृश्य में राज्य के सभी 10 नगर निगमों और […]
मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने आज कहा कि उनकी पार्टी हाल में महाराष्ट्र में जितने भी नगर निगमों और जिला परिषदों में चुनाव हुए उन सबमें कांग्रेस से हाथ मिलाएगी.
पवार ने नांदेड में संवाददाताओं से कहा, ‘‘राकांपा चुनाव बाद के परिदृश्य में राज्य के सभी 10 नगर निगमों और 25 जिला परिषदों में गठबंधन करेगी. राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे और एमपीसीसी अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने पहले ही इस संबंध बातचीत की है.” उन्होंने कहा, ‘‘अगर दोनों पार्टियां गठबंधन करती हैं तो 25 जिला परिषदों में से करीब 17 से 18 में सत्ता में आ सकती हैं. आने वाले दिनों में मुंबई में एक बैठक होने वाली है, जहां इसे (गठबंधन को) अंतिम रुप दिया जाएगा.”
नगर निकाय चुनावों के बाद राज्य सरकार के अस्थिर होने की पहले की धारणा पर पवार ने कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के व्यवहार को देखते हुए वह नहीं मानते कि उनकी पार्टी राज्य सरकार से अलग होगी. लेकिन अगर वह ऐसा करते हैं तो उनकी पार्टी चुनाव के लिए तैयार हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या राकांपा बीएमसी में शिवसेना का समर्थन करेगी तो पवार ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि शिवसेना बीएमसी में सत्तारुढ़ गठबंधन बनाने के लिए पर्याप्त संख्या बल की व्यवस्था कर रही है. अगर राकांपा के समर्थन की जरुरत हुई तो स्थानीय स्तर पर फैसला किया जाएगा.”
शिवसेना ने बीएमसी चुनावों में 84 सीटों पर जीत हासिल की जबकि बहुमत के लिए कुल 114 सीटों की आवश्यकता है. अब तक उसे चार निर्दलीयों का समर्थन प्राप्त हुआ है. इसलिए पार्टी बीएमसी में 88 पार्षदों के समर्थन का होने का दावा कर रही है.
यद्यपि कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत हासिल की है, लेकिन पार्टी नेता संजय निरुपम ने पहले ही साफ किया है कि वह बीएमसी में शिवसेना का समर्थन नहीं करेगी.
गौर करने वाली बात यह है कि 25 जिला परिषदों की 1509 सीटों में भाजपा ने 406, कांग्रेस ने 309, राकांपा ने 360 और शिवसेना ने 271 सीटों पर जीत हासिल की है. शेष सीटों पर निर्दलीयों और स्थानीय मोर्चे ने जीत हासिल की है.