राजधानी से भी तेज चलने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस का परिचालन शुरू, रेल मंत्री ने दिखायी हरी झंडी
नयी दिल्ली : रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को देश की पहली अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. कोच्चि के एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन से हावड़ा के बीच परिचालित होने वाली यह ट्रेन देश की ऐसी पहली सुपरफास्ट ट्रेन है. यह ट्रेन पूरी तरह अनारक्षित श्रेणी की है. रेलमंत्री ने रेल भवन […]
नयी दिल्ली : रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को देश की पहली अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. कोच्चि के एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन से हावड़ा के बीच परिचालित होने वाली यह ट्रेन देश की ऐसी पहली सुपरफास्ट ट्रेन है. यह ट्रेन पूरी तरह अनारक्षित श्रेणी की है. रेलमंत्री ने रेल भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ट्रेन को हरी झंडी दिखायी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रफ्तार के मामले में यह राजधानी एक्सप्रेस को भी अधिक तेज रफ्तार में दौड़ेगी. अंत्योदय एक्सप्रेस की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटे की है. इसका बेस फेयर मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों से महज 15 फीसदी ज्यादा होगा.
बताया जा रहा है कि अंत्योदय एक्सप्रेस आम आदमी की सुविधा के लिए शुरू की गयी है. इसमें पीने के लिए आरओ का पानी और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा होगी, ताकि आम आदमी को सफर के दौरान परेशानी न हो. इसके कोच में 100 यात्रियों के बैठने और 200 यात्रियों के खड़े होने की जगह होगी. हर कोच में करीब 20 मोबाइल के चार्जिंग प्वाइंट उपलब्ध होंगे. एलएचबी कोच वाली यह ट्रेन अगर दुर्घटनाग्रस्त होती है, तो इसमें यात्रियों को कम क्षति नुकसान होगा.
अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन करते हुए रेलमंत्री ने कहा कि हम आज देश के पहले अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत कर रहे हैं. जल्द ही तेजस और उदय एक्सप्रेस ट्रेनों को भी शुरू किया जायेगा. अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेनें लंबी दूरी की पूरी तरह अनारक्षित और सुपरफास्ट ट्रेन हैं, जिन्हें देश की आम जनता के लिए सबसे व्यस्त रेलमार्ग पर शुरू किया गया है.
बताया यह भी जा रहा है कि इस ट्रेन में नयी श्रेणी की कई सुविधाएं प्रदान की गयी हैं. इनमें सामान रखने के लिए गद्दे वाले रैक हैं, जिन्हें सीट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. ये आरामदायक और सुरक्षित हैं. पेयजल आपूर्ति, मोबाइल चार्जिंग सुविधा, मॉड्यूलर शौचालय, शौचालय इस्तेमाल होने की जानकारी देने वाला डिस्प्ले, एलईडी लाइट आदि शामिल हैं. 22 डिब्बों वाली यह ट्रेन 2,307 किलोमीटर की दूरी महज 37 घंटों में तय करेगी. हर कोच में पीने के पानी के लिए आरओ लगा होगा.