फिल्म ”गदर” की याद दिलाती एक कहानी: जब पाकिस्तानी लड़के को हुआ भारतीय लड़की से प्यार तो…
अटारी (पंजाब) : एक भारतीय लड़की और एक पाकिस्तानी लड़के की प्रेम कहानी फिल्म ‘गदर’ से काफी मिलती-जुलती हुई नजर आ रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार लड़के को भारत की एक लडकी से प्यार हो गया और वह उससे शादी करने के लिए यहां चला आया. दोनों ने शादी की और उनका एक बच्चा […]
अटारी (पंजाब) : एक भारतीय लड़की और एक पाकिस्तानी लड़के की प्रेम कहानी फिल्म ‘गदर’ से काफी मिलती-जुलती हुई नजर आ रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार लड़के को भारत की एक लडकी से प्यार हो गया और वह उससे शादी करने के लिए यहां चला आया. दोनों ने शादी की और उनका एक बच्चा भी हुआ तो लगा जैसे उनके सारे ख्याब पूरे हो गए, लेकिन कहानी का दुखद अंत यह है कि युवक को अब उसके देश पाकिस्तान वापिस भेजा जा रहा है.
31 वर्षीय अकबर दुरानी की कहानी किसी फिल्म की कहानी जैसी है. यह पांच वर्ष की एक दुख भरी कहानी है. पाकिस्तान के हैदरबाद स्थित ओखरी निवासी दुरानी को वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए निर्धारित अवधि से अधिक समय तक भारत में रहने के लिए स्वदेश भेजने के वास्ते मध्य प्रदेश से यहां लाया गया है. दुरानी ने अपनी दुख भरी कहानी सुनाते हुए बताया कि वह 2011 में मध्य प्रदेश के देवास की रहने वाली सोफिया से फेसबुक और स्काइप के जरिये सम्पर्क में आया था.
उसने कहा, कि सोफिया के प्रति आकर्षण के चलते मैंने वीजा लिया और अपनी मां के साथ देवास आ गया. वहां मैंने सोफिया के अभिभावकों से मुलाकात की, जो हमारी शादी के लिए तैयार हो गए, लेकिर उन्होंने शर्त रखी कि विवाह के बाद मैं भारत में बस जाऊं. उसने कहा, कि 2013 में देवास में हमारा विवाह हो गया और एक वर्ष बाद हमें एक लडका हुआ. उसके अनुसार चूंकि वह एक पर्यटन वीजा पर भारत आया था उसने दीर्घकालिक वीजा के लिए एफआरआरओ से सम्पर्क किया और उसे अर्जी देने के लिए कहा गया.
उसने कहा, कि मैंने अपना वीजा समाप्त होने से दो महीने पहले एफआरआरओ कार्यालय से सम्पर्क किया. जिस दिन मेरे वीजा की अवधि समाप्त हुई, मैं अपनी वीजा अर्जी की स्थिति का पता लगाने एफआरआरओ कार्यालय गया. वहां मुझे भारत में अधिक समय तक रहने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया और जेल भेज दिया गया. अगस्त 2015 में एक अदालत ने वीजा नियमों का उल्लंघन करके भारत में अधिक समय रहने के लिए उसे एक वर्ष की सजा सुनायी. दुरानी ने कहा, कि आठ अगस्त 2016 को मुझे जेल से रिहा किया गया और पाकिस्तान उच्चायोग से यात्रा दस्तावेज के लिए एक पुलिस थाने में रखा गया. इसमें छह महीने से अधिक का समय लग गया.
दुरानी ने कहा, कि प्रेम कहानी का दुखद हिस्सा यह है कि मेरी पत्नी और बच्चे को मेरे साथ पाकिस्तान जाने की इजाजत नहीं दी गई है. मेरी पत्नी के लिए मेरे बिना भारत में रहना मुश्किल होगा. वे मुझे विदा करने के लिए अमृतसर में हैं. अब मुझे दोबारा भारत यात्रा की इजाजत नहीं मिलेगी क्योंकि मैंने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है. वह इसको लेकर भी आश्वस्त नहीं कि पाकिस्तानी उच्चायोग उसकी पत्नी और दो वर्षीय पुत्र अरीज के लिए वीजा जारी करेगा या नहीं.