जीडीपी के आंकड़ों ने दिखाया हार्वर्ड और हार्ड वर्क वालों की सोच का फर्क : पीएम मोदी

महराजगंज…देवरिया / नयी दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी के बाद आये सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) सम्बन्धी आंकड़ों को विरोधियों के दुष्प्रचार का करारा जवाब बताते हुए आज कहा कि देश के ईमानदार लोगों, किसानों और नौजवानों ने जीडीपी में सुधार के जरिये ‘हार्वर्ड (विश्वविद्यालय) और हार्ड वर्क (कठिन परिश्रम)’ वालों की सोच के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2017 6:01 PM

महराजगंज…देवरिया / नयी दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी के बाद आये सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) सम्बन्धी आंकड़ों को विरोधियों के दुष्प्रचार का करारा जवाब बताते हुए आज कहा कि देश के ईमानदार लोगों, किसानों और नौजवानों ने जीडीपी में सुधार के जरिये ‘हार्वर्ड (विश्वविद्यालय) और हार्ड वर्क (कठिन परिश्रम)’ वालों की सोच के बीच फर्क जाहिर कर दिया है.

मोदी ने यहां भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित रैली में कहा कि नोटबंदी के बाद विपक्ष के लोगों ने आर्थिक विकास चौपट होने और देश के पिछड़ने का दुष्प्रचार किया था. हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों के बड़े-बड़े विद्वानों ने नोटबंदी के कारण जीडीपी में दो से चार प्रतिशत की गिरावट का दावा किया था, लेकिन कल आये जीडीपी के आंकड़ों ने साबित कर दिया है कि ‘हार्वर्ड और हार्ड वर्क’ में कितना फर्क है.
उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘एक ओर हार्वर्ड के विद्वान हैं और दूसरी ओर एक गरीब मां का बेटा है जो हार्ड वर्क से देश की अर्थनीति बदलने में लगा हुआ है. देश के ईमानदारों ने दिखा दिया है कि हार्वर्ड से ज्यादा दम हार्ड वर्क में है.’ मालूम हो कि नोबेल पुरस्कार प्राप्त अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम की कड़ी आलोचना की थी. मोदी ने कहा कि उनके विरोधियों ने जीडीपी के ताजा आंकड़ों पर सवाल खड़े किये हैं. वे अब कह रहे हैं कि आंकड़े कहां से आये.

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