विवादों के बीच जेएनयू को सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के लिए मिला ‘विजिटर्स अवार्ड”
नयी दिल्ली : पिछले एक साल से ज्यादा समय से विवादों के केंद्र में रहे जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) को देश में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के लिए वार्षिक ‘विजिटर्स अवार्ड’ मिला है. जेएनयू पिछले साल फरवरी के बाद से गलत कारणों से चर्चा में रहा है. कैंपस में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नारेबाजी […]
नयी दिल्ली : पिछले एक साल से ज्यादा समय से विवादों के केंद्र में रहे जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) को देश में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के लिए वार्षिक ‘विजिटर्स अवार्ड’ मिला है. जेएनयू पिछले साल फरवरी के बाद से गलत कारणों से चर्चा में रहा है. कैंपस में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नारेबाजी के मामले में विश्वविद्यालय के तीन छात्रों को राष्ट्रद्रोह के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था.
इसके बाद प्रदर्शनों पर पाबंदी और दाखिला नीति में संशोधन और एमफिल तथा पीएचडी पाठ्यक्रमों में सीटों की जबरदस्त कटौती सहित कई मुद्दों पर विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच टकराव चल रहा है. तमाम गलत कारणों से सुर्खियों में आने के बावजूद विजिटर ने विश्वविद्यालय का चुनाव किया है.
राष्ट्रपति भवन के बयान में कहा गया है, ‘‘नवाचार और शोध के लिए विजिटर्स अवार्ड के विजेता को एक प्रशस्ति पत्र और एक लाख रुपये नकद पुरस्कार मिलेगा। नवाचार उत्सव के तहत एक कार्यक्रम के दौरान पुरस्कार दिया जाएगा. ” जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार छह मार्च को राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से एक प्रशस्ति पत्र और एक ट्रॉफी समेत पुरस्कार ग्रहण करेंगे.
बयान में कहा गया है, ‘‘हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से दीपक पंत ने नवाचार के लिए विजिटर्स अवार्ड जीता है जबकि शोध के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के श्याम सुंदर और तेजपुर विश्वविद्यालय के निरंजन कारक ने संयुक्त रुप से विजिटर्स अवार्ड जीता है.” पिछले साल राकेश भटनागर और जेएनयू के मॉलीक्यूलर पारासिटोलॉजी ग्रूप ने क्रमश: शोध और नवाचार के लिए विजिटर्स अवार्ड जीता था.