!!अनिल एस साक्षी!!
श्रीनगर : जम्मू क्षेत्र के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सैन्य बलों ने गुरुवार को संघर्षविराम का उल्लंघन किया, जिसमें सेना का एक जवान शहीद को गया. जवान की पहचान सिपाही दीपक जगन्नाथ के रूप में की गयी है. उन्हें सिर में गोली लगी थी. इससे पहले, पुलवामा जिले के अवंतीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ नौ घंटे तक चली मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी मारे गये. इस घटना में एक नागरिक की भी मौत हो गयी.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबलों ने गुरुवार तड़के करीब ढाई बजे पडगामपोरा इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया. आतंकवादी आसपास के दो घरों में छिपे थे. सुबह करीब 4:40 बजे जैसे ही सुरक्षा बल आगे बढ़े, आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. हालांकि, सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गये. आतंकियों की पहचान जहांगीर गनई और मोहम्मद शफी शेरगुजरी के रूप में हुई है. दोनों लश्कर के सदस्य थे. इस दौरान दोनों ओर से चली गोलियों की चपेट में आने से 15 साल के किशोर आमिर नजीर वानी की भी मौत हो गयी. वहीं, एक अन्य युवक सजद अहमद भट्ट भी गोली लगने से घायल हो गया. इसके बाद, स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल के पास प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलायी, जिससे वानी की मौत हुई. हालांकि, पुलिस ने इस आरोप को खारिज कर दिया. इधर, आतंकी हमले के मद्देनजर बनिहाल और श्रीनगर के बीच रेल सेवा स्थगित कर दी गयी है.
डीजीएमओ की बैठक
सेना के सैन्य ऑपरेशन महानिदेशक ले जनरल एके भाटिया ने गुरुवार को अपने पाकिस्तानी समकक्ष से बातचीत की और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के आसपास आतंकवादियों की गतिविधियों को लेकर भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया. हालांकि, पाकिस्तान की सेना ने गतिविधियों की सूचना पर भारत से सबूत साझा करने के लिए कहा.
पुंछ में ‘रहस्यमय परिस्थितियों’ में जवान की मौत
पुंछ जिले के द्राबा इलाके में एक सैन्यकर्मी का गोलियों से छलनी शव गुरुवार को बरामद किया गया. पुलिस का कहना है कि जवान की मौत ‘रहस्यमय परिस्थितियों’ में हुई है. पिछले 13 दिन में यह तीसरी घटना है. सूरनकोट के एसडीपीओ ने बताया कि पीड़ित सिपाही बलराज सिंह राष्ट्रीय राइफल्स से संबद्ध था. जवान के शरीर पर पर गोली लगने के कई जख्म हैं. इस सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. पांच मार्च को सेना के जवान सिपाही रोशन सिंह ने अपनी सर्विस हथियार से खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी. 25 फरवरी को बीएसएफ के कांस्टेबल प्रमोद कुमार ने भी खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी.
आतंकियों ने पत्नी व मां की गुहार भी नहीं सुनी
घर में छिपे आतंकियों को आत्मसमर्पण करने के लिए पुलिस ने पत्नी, बेटे व मां की मदद ली, लेकिन उसका यह प्रयास भी विफल रहा. मोहम्मद शफी बांदीपुरा का रहनेवाला था. पुलिस शेरगोजरी की पत्नी अक्तारा बेगम को बुलाया. उसने ने अपने पति को आवाज लगायी, बाहर आओ, अपने बेटे को बाहों में लो, वह आपको बहुत याद करता है. जहांगीर की मां ने बेटे को समझाया.