नयी दिल्ली / कानपुर : एनकाउंटर में मारे गये संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला को राष्ट्रीय उलेमा परिषद के अध्यक्ष आमिर रशादी ने निर्दोष बताया है. उन्होंने कहाहैकि पुलिस ने उसे बंधक बना कर मार डाला. सवाल उठता है कि जब वह बंधक था फिर कैसे उसका एनकाउंटर किया गया. पुलिस का कहना है कि आतंकियों की तरफ से फायरिंग हो रही थी. अगर फायरिंग हो रही थी तो पुलिस वाले इतने आराम से टहल कैसे रहे थे. आमिर यही नहीं रूके उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर भी निशाना साधते हुए उन्हें आतंकी संगठन का गृह मंत्री करार दे दिया.
आमिर रशदी ने सैफुल्ला को निर्दोष बताते हुए कहा कि यह एनकाउंटर बाटला हाउस के तर्ज पर ही किया गया है. यह पूरी तरह से सरकारी आतंकवाद है. कुछ लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. अंदर से पुलिस वाले खुद गोलियां चला रहे थे उसे (सैफुल्ला) बंधक बनाकर अंदर रखा था.दीवार पर लगे खून से यह पता चलता है कि उसकी किस तरह से हत्या की गयी. जैसे बकरे को जिबह किया जाता है वैसे ही उसे भी मारा गया है. रशदी के इस बयान पर यूपी के एडीजी ने रशदी के खिलाफ सैफुल्लाह के परिजनों को भड़काने का मामला दर्ज करने का आदेश दिया है.
आमिर रशादी ने इसे आरएसएस के एजेंडे पर किया गया काम बताया. उन्होंने कहा चुनावों को प्रभावित करने के लिए ऐसा कदम उठाया गया है. हमारे निर्दोष बच्चे 15- 20 सालों में जेलों से बाहर निकलते हैं, लोगों को फंसाया जा रहा है. सरकार घर से भागे हुए लड़कों को अपने पास रखती है और मौका मिलते ही आतंकी बताकर उन्हें मार देती है.
आमिर रशादी ने मुलायम और अखिलेश पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, यूपी एटीएस ऐंटी मुस्लिम स्क्वॉड हो गया है. ध्यान रहे कि सैफुल्ला के पिता ने अपने बेटे का शव लेने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि मेरा बेटा देशद्रोही था मैं उसका शव नहीं ले सकता. रशदी ने सैफुल्ला के पिता का भी जिक्र किया उन्होंने कहा. उन्होंने मुझे बताया कि वह गुस्सा होकर घर से चला गया था.