यूपी में भाजपा इतिहास रचने के करीब ,पंजाब में कांग्रेस की वापसी और गोवा- मणिपुर में कड़ा मुकाबला
नयी दिल्ली : राजनीतिक दृष्टि से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा इतिहास रचने जा रही है, साथ ही उत्तराखंड में भी उसकी सरकार बनना तय हो गया है. उधर पंजाब में सत्ता विरोधी लहर पर सवार होकर कांग्रेस प्रदेश में वापसी करती दिख रही है जबकि गोवा और मणिपुर में भाजपा […]
नयी दिल्ली : राजनीतिक दृष्टि से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा इतिहास रचने जा रही है, साथ ही उत्तराखंड में भी उसकी सरकार बनना तय हो गया है. उधर पंजाब में सत्ता विरोधी लहर पर सवार होकर कांग्रेस प्रदेश में वापसी करती दिख रही है जबकि गोवा और मणिपुर में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मतों की गिनती जारी है और शुरुआती तीन घंटों के रुझान के अनुसार उत्तर प्रदेश में 403 सदस्यीय विधानसभा की 396 सीटों में से भाजपा 291 पर आगे चल रही है और अपने प्रतिद्वंद्वियों को उसने काफी पीछे छोड दिया है. उत्तर प्रदेश की निवर्तमान विधानसभा में केवल 47 सीटें रखने वाली भाजपा ने 40 फीसदी मतों को हासिल करने में सफलता पायी है.
इन विधानसभा चुनावों को एक प्रकार से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता और नोटबंदी के उनके फैसले पर जनमत संग्रह के रुप में देखा जा रहा था. प्रदेश में सपा कांग्रेस गठबंधन 69 सीटों पर आगे है तो वहीं मायावती की बसपा केवल 17 स्थानों पर आगे चल रही है. विकास के एजेंडे पर चुनाव प्रचार को केंद्रित करने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश की पार्टी सपा 58 सीटों पर आगे है. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह नोएडा सीट पर आगे चल रहे हैं.
कथित सामूहिक बलात्कार मामले और एक नाबालिग से बलात्कार के प्रयास के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद दागी मंत्री गायत्री प्रजापति अमेठी में पीछे चल रहे हैं. वह इस समय फरार हैं. प्रजापति को भाजपा की उम्मीदवार और कांग्रेस नेता संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह और उनकी मौजूदा पत्नी कांग्रेस की अमिता सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा गया था.
उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों के रुझानों के अनुसार राज्य में 45 फीसदी वोट हासिल कर भाजपा 52 सीटों पर आगे चल रही है तो वहीं कांग्रेस केवल 16 सीटों पर बढत लिए हुए है. पंजाब में 117 निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस 65 पर आगे चल रही है जबकि दूसरे स्थान के लिए प्रदेश विधानसभा में खाता खोलने के प्रयास में लगी आप और शिरोमणि अकाली दल के बीच कडा मुकाबला है और दोनों क्रमश: 25 और 20 सीटों पर आगे हैं. अकाली दल की गठबंधन सहयोगी भाजपा चार सीटों पर आगे चल रही है. गोवा में कांग्रेस आठ सीटों पर जबकि भाजपा पांच सीटों पर आगे हैं.
राज्य में सभी 40 सदस्यीय विधानसभा सीटों के रुझान मिल चुके हैं. मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर मांदरेम सीट से हार गए हैं. इस सीट पर कांग्रेस के दयानंद सोपते विजयी हुए हैं. गोवा में पहला परिणाम महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी )के पक्ष में गया, पार्टी उम्मीदवार दीपक पवासकर ने सावर्डे में भाजपा के गणेश गांवकर को परास्त कर दिया है. पोरिम सीट पर विपक्ष के नेता कांग्रेस के प्रतापसिंह राणे , भाजपा के विश्वजीत कृष्णराव राणे से आगे चल रहे हैं. मणिपुर में सत्तारुढ कांग्रेस पार्टी ने तीन सीटें जीत ली हैं और आठ पर आगे चल रही है जबकि भाजपा दो सीट जीतकर दस पर आगे है. मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह थोउबाल सीट से आठ हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत गए हैं. मानवाधिकार कार्यकर्ता ईरोम शर्मिला (पीआरजेए )भी इबोबी सिंह के खिलाफ चुनाव में उम्मीदवार थीं