नयी दिल्ली : दिल्ली में एमसीडी चुनाव की घोषणा आज की जा सकती है. खबरों की माने तो अप्रैल में एमसीडी के चुनाव हो सकते हैं जिसको लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. यह चुनाव भाजपा के लिए खास होने वाला है इसका प्रमुख कारण है कि यहां पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने आम आदमी पार्टी आप पर भरोसा जताया था. विधानसभा चुनाव में आप पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत का परचम फहराया था जबकि भाजपा को मात्र 3 सीट से संतोष करना पड़ा था.
जानकारों की मानें तो पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के पारिणाम के बाद भाजपा के हौसले और बुलंद हो गये हैं. यही नहीं पिछले महीने ओडिशा और महाराष्ट्र के निकाय चुनावों में भी भाजपा का प्रदर्शन शानदार रहा है इसलिए पार्टी को एमसीडी चुनाव में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी.
एमसीडी चुनाव को लेकर आप पार्टी कुछ चिंतित नजर आ रही है क्योंकि सबसे बड़े राज्य यूपी और उत्तराखंड में भाजपा को कमल खिल चुका है. यही नहीं पंजाब में अच्छे पारिणाम को लेकर उत्साहित आप पार्टी को 22 सीटों से संतोष करना पड़ा जबकि गोवा में उसका खाता भी नहीं खुल सका. यही कारण है कि आज आप पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी चुनाव बैलट पेपर पर करवाने की मांग की है.
इस संबंध में केजरीवाल ने अपनी सरकार के मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि दिल्ली सरकार इवीएम की जगह बैलेट पेपर से एमसीडी चुनाव करवाये. केजरीवाल ने कहा है कि राजनीतिक पार्टियों की मांग है कि नगर निगम चुनाव इवीएम की जगह बैलट पेपर से कराये जाएं इसलिये आज शाम तक इसके लिए जो भी औपचारिकताएं हैं वो पूरी की जाएं और निगम चुनाव बैलट पेपर से कराये जाएं.