जेएनयू छात्र आत्महत्या मामले में केस दर्ज , सीबीआई जांच की मांग
नयी दिल्ली : जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय के एक दलित शोधार्थी द्वारा दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका में अपने मित्र के घर कथित रुप से फांसी लगाकर जान दिए जाने की घटना के दो दिन बाद पुलिस ने आज आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. मुथु कृष्णन ने मुनिरका स्थित अपने दक्षिण कोरियाई दोस्त के […]
नयी दिल्ली : जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय के एक दलित शोधार्थी द्वारा दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका में अपने मित्र के घर कथित रुप से फांसी लगाकर जान दिए जाने की घटना के दो दिन बाद पुलिस ने आज आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. मुथु कृष्णन ने मुनिरका स्थित अपने दक्षिण कोरियाई दोस्त के घर 13 मार्च को कथित तौर पर कंबल का इस्तेमाल कर फांसी लगा ली थी.
उसने अपने फेसबुक पेज पर अपना नाम कृष रजिनी लिख रखा था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने आत्महत्या के लिए उकसाने तथा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार रोकथाम कानून से संबद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है.
दलित शोधार्थी का शव कल पोस्टमॉर्टम के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया गया. पोस्टमॉर्टम आज हो रहा है जिसके लिए अस्पताल ने पांच सदस्यीय बोर्ड गठित किया था और प्रक्रिया की वीडियोग्राफी के निर्देश दिए थे. छात्र के पिता ने कहा था कि उनका पुत्र आत्महत्या नहीं कर सकता और मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए.
उन्होंने अनुसूचित जाति. अनुसूचित जनजाति कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज किए जाने की भी मांग की थी. मुथु कृष्णन जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में एमफिल का छात्र था और वह रोहित वेमुला आत्महत्या मामले से संबंधित आंदोलन से जुडा था.