गोवा : फ्लोर टेस्ट के लिए पणजी विधायक सिद्धार्थ कुलकैनियंकर को बनाया गया प्रोटेम स्पीकर
पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर पर्रिकर के शपथ ग्रहण के बाद भाजपा फ्लोर टेस्ट की तैयारी में जुट गयी है. गुरुवार को नयी सरकार का शक्तिपरीक्षण है. फ्लोर टेस्ट के लिए पणजी के विधायक सिद्धार्थ कुलकैनियंकर को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. सिद्धार्थ ने आज प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ […]
पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर पर्रिकर के शपथ ग्रहण के बाद भाजपा फ्लोर टेस्ट की तैयारी में जुट गयी है. गुरुवार को नयी सरकार का शक्तिपरीक्षण है. फ्लोर टेस्ट के लिए पणजी के विधायक सिद्धार्थ कुलकैनियंकर को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. सिद्धार्थ ने आज प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ ले ली है. रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जहां वह गठबंधन सरकार की अगुवाई करेंगे. राज्य में तीन दिन पहले घोषित चुनाव परिणामों में आये खंडित जनादेश में भाजपा सीटों के मामले में कांग्रेस के बाद दूसरे नंबर पर रही थी. लेकिन भाजपा ने दो दिन पहले ही राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया.
उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार पर्रिकर को 16 मार्च को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा. उन्होंने भाजपा के 13 विधायकों समेत 21 सदस्यों का समर्थन होने का दावा किया है. प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने आज कांग्रेस की अर्जी पर शपथ-ग्रहण समारोह पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और पर्रिकर को विश्वास मत हासिल करने का निर्देश दिया, जिसके बाद उनके शपथ-ग्रहण का रास्ता साफ हो गया.
पीठ ने निर्देश दिया कि सदस्यों के शपथ-ग्रहण के बाद विश्वास मत हासिल करने के लिए 16 मार्च को सुबह 11 बजे विशेष रूप से विधानसभा सत्र बुलाया जाए. पर्रिकर चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में लौटे हैं. हालांकि वह अपने पहले के तीनों ही कार्यकाल पूरा नहीं कर सके थे.
उन्होंने रविवार को गठबंधन सरकार बनाने का औपचारिक दावा पेश किया था जिसके बाद उन्हें राज्यपाल मृदुला सिन्हा की ओर से सदन में बहुमत साबित करने का निमंत्रण मिला. राज्यपाल ने यहां राजभवन में एक समारोह में पर्रिकर को नौ विधायकों के साथ पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जिनमें दो सदस्य भाजपा के, तीन गोवा फॉरवर्ड पार्टी के और दो सदस्य महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के हैं. दो निर्दलीय विधायकों ने भी शपथ ली. उन्हें विश्वास मत हासिल करने के बाद मंत्रालय आवंटित किये जाएंगे.