कानपुर : कानपुर ग्रामीण के शिवराजपुर में एक कोल्ड स्टोरेज में अमोनिया गैस रिसाव के बाद तेज धमाका हुआ जिससे पांच मजदूरों की मौत हो गयी तथा कम से कम आठ लोग घायल हो गये जिसमें एक मजदूर की हालत गंभीर है. मुख्य चिकित्साधिकारी सीएमओ डा. रामायण प्रसाद के मुताबिक शाम चार बजे से शाम छह बजे के बीच कोल्ड स्टोरेज के मलबे से पांच मजदूरों को निकाला गया है और इन सभी को मेडिकल कालेज ले जाया गया जहां डाक्टरों ने इन की जांच की तो वह मृत पाया.
वहीं कानपुर के डीएम कौशल राज शर्मा ने कोल्ड स्टोरेज के लाइसेंस की जांच के आदेश दिये है. कोल्ड स्टोरेज के आसपास के इलाको में अमोनिया गैस इस बुरी तरह से फैली है कि प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य में लगे लोगों के पहनने के लिये भारी संख्या में मास्क मंगाये. एडीएम सिटी केपी सिंह ने बताया कि शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्र शिवराजपुर के कटियार कोल्ड स्टोरेज में आज दोपहर करीब साढे बारह बजे गैस का रिसाव शुरू हो गया.
उसके बाद कोल्ड स्टोरेज में तेज धमाका हुआ और उसके बाद कोल्ड स्टोरेज की छत गिर गयी. उस समय कोल्ड स्टोरेज में करीब दो दर्जन से अधिक मजदूर दोपहर का खाना खा रहे रहे थे. धमाके के साथ कोल्ड स्टोरेज की छत इतनी तेज आवाज में गिरी कि सड़क के दूसरी तरफ कानपुर रेलवे पटरी पर खड़ी एक पैसेंजर ट्रेन के यात्री ट्रेन में धमाका समझकर ट्रेन से नीचे उतर गये. धमाका होते ही आसपास इतनी तेजी से गैस फैली कि लोगों में अफरातफरी मच गयी और लोग बाहर निकल आये.
आसपास के अन्य कोल्ड स्टोरेज में काम करने वाले लोग भी निकल आये और अफरातफरी का आलम हो गया. बाद में फायर ब्रिगेड की गाडि़यों ने पानी डालकर गैस के प्रभाव को कम किया. मलबे को हटाने के लिये चार जेसीबी मशीने लगी हुई है और लखनऊ से एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर पहुंच गयी है और सेना और पुलिस की टीमें कर मलबा हटाने में मदद कर रही है. प्रसाद ने बताया कि अभी मलबे में से और अधिक मजदूरों के दबे होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता.
इस कोल्ड स्टोरेज में से आठ घायल लोगों को निकाल कर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है जिसमें से एक के हाथ में फ्रैक्चर है तथा शेष को मामूली चोटे आयी है. मेडिकल कालेज की आपातकालीन वार्ड के डाक्टरों को सतर्क रहने को कहा है. घटनास्थल पर छह एंबुलेंस डाक्टरों की टीम के साथ तैनात है. उन्होंने बताया कि करीब 11 मजदूर मलबे से सुरक्षित निकल आये है जिन्हें मामूली खरोंचे आई है.
डीएम कौशल राज शर्मा के मुताबिक इस कोल्ड स्टोरेज के बारे में मालूम हुआ है कि यह एक साल पहले ही बना है. इस कोल्ड स्टोरेज के लाइसेंस की जांच करने के आदेश दे दिये गये है तथा अधिकारियों को यह भी कहा गया है कि वह इस बात की भी जांच करें कि यहां सुरक्षा मानको का प्रयोग हो रहा था या नही. मलबे में अभी और कुछ मजदूरों के दबे होने की आशंका है इसलिये बहुत ही सुरक्षित तरीके से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है.