नौ बार विमान यात्रा में बाल-बाल बचे हैं केंद्रीय मंत्री वें‍कैया नायडू

नयी दिल्‍ली : एन बीरेन सिंह की अगुआई में भाजपा ने पहली बार मणिपुर में अपनी सरकार बनायी है. बीरेन सिंह ने बुधवार को नये मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ ली. इस मौके पर भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को भी शामिल होना था, लेकिन दोनों वहां नहीं पहुंच पाये. दरअसल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2017 3:00 PM

नयी दिल्‍ली : एन बीरेन सिंह की अगुआई में भाजपा ने पहली बार मणिपुर में अपनी सरकार बनायी है. बीरेन सिंह ने बुधवार को नये मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ ली. इस मौके पर भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को भी शामिल होना था, लेकिन दोनों वहां नहीं पहुंच पाये.

दरअसल दोनों इंफाल जाने के लिए तैयार हुए, लेकिन बीच रास्‍ते से ही उन्‍हें लौटना पड़ा. ऐसा इसलिए क्‍योंकि जिस चार्टड विमान से शाह और नायडू इंफाल जा रहे थे. उसमें तकनीकी खराबी आ गयी और उसे फौरन वापस दिल्‍ली लौटना पड़ा.
नायडू और शाह का विमान दिल्‍ली से इंफाल के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन 40 मिनट के बाद फौरन उसे वापस दिल्‍ली लौटना पड़ा. दरअसल विमान में तकनीकी खराबी आ गयी जिसके बाद विमान को सुरक्षित लैंड करा लिया गया. नायडू के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ. इससे पहले भी नायडू विमान यात्रा के दौरान कई बार बच चुके हैं.
पहली बार उनके विमान में 2014 में खराबी आई थी और उसे वापस लैंड कराया गया था. उस समय वो उज्‍जैन से इंदौर जा रहे थे और रास्‍ते में विमान में तकनीकी गड़बड़ी आ गयी. उसी तरह से 2013 में चेन्‍न्‍ई से तिरुचिरापल्‍ली जा रहे विमान में भी तकनीकी गड़बड़ी आ गयी थी और उसे वापस निचे उतारा गया था. उस समय नायडू के साथ विमान में 47 यात्री सवार थे.
उसी प्रकार 2006 में भी उनके विमान में खराबी आयी थी और विमान को सुरक्षित निचे उतारा गया था. 2005 में तकनीकी गड़बड़ी के कारण नायडू के विमान को नक्‍सली इलाके में उतारा गया था. जिसके बाद पूरा प्रशासन सक्‍ते में आ गया था. इसी प्रकार 2003 में कई विमान हादसों में नायडू बाल-बाल बचे थे.

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