सहारनपुर की आतिया साबरी ने पीएम मोदी को याद दिलाया वादा, लड़ रही तीन तलाक के खिलाफ जंग
नयी दिल्ली : तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर जंग लड़ने वाली सहारनपुर की आतिया साबरी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मतदान करने की बात कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार के खिलाफ उनकी पार्टी के एजेंडे को याद दिलाया है. स्थानीय […]
नयी दिल्ली : तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर जंग लड़ने वाली सहारनपुर की आतिया साबरी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मतदान करने की बात कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार के खिलाफ उनकी पार्टी के एजेंडे को याद दिलाया है. स्थानीय मीडिया से बात करते हुए तीन तलाक के खिलाफ जंग लड़ने वाली इस महिला ने कहा है कि तीन तलाक का विरोध करने के कारण ही उन्होंने और उनके परिवार के लोगों ने भाजपा को अपना बहुमूल्य मत दिया है. आतिया ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि भाजपा के एजेंडे में शामिल तीन तलाक पर रोक लगाने के मसले पर अमल करना चाहिए. आतिया की ओर दायर याचिका पर आगामी 30 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है.
गौरतलब है कि आतिया के पति ने कागज पर तीन तलाक लिखकर उनके साथ अपना नाता तोड़ लिया था. आतिया इस तलाक का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं. स्थानीय मीडिया की गयी बातचीत में उन्होंने कहा कि यदि किसी को भरोसा नहीं है, तो भाजपा प्रत्याशी को वोट देने के उनके दावे की जांच की जा सकती है. उन्होंने कहा कि वीवीपीएटी से निकली पर्ची को बतौर सबूत देखा जा सकता है. आतिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीन तलाक की प्रथा को प्रतिबंधित करने की भी अपील की. आतिया के भाई ने भी भाजपा को वोट देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि अब इतनी बड़ी जीत हासिल करने के बाद भाजपा को तीन तलाक पर किया गया अपना वादा निभाना चाहिए.
बता दें कि आतिया की शादी 2012 में हुई थी. उनकी दो बेटियां हैं. उनका आरोप है कि लगातार दो बेटियों के जन्म से उनके पति और ससुराल के लोग नाराज थे. इसीलिए उन्हें घर से निकालना चाहते थे. आरोप है कि ससुराल वालों ने पहले तो उन्हें जहर देकर मारने का प्रयास किया था. फिर 2016 में आतिया के पति ने एक कागज पर तीन तलाक लिखकर उनसे अपना नाता तोड़ लिया था. इस विवाद में दारुल उलूम देवबंद का नाम भी शामिल है. आतिया का आरोप है कि दारुल उलूम ने उनके पति द्वारा कागज पर तीन बार लिखकर भेजे गये तलाक को जायज बताया था.