अलगाववादियों का चुनाव बहिष्कार नया नहीं, मजे के लिए नहीं लगाया गया अफस्पा : राम माधव
जम्मू : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने आज कहा कि कश्मीर में अलगाववादियों का चुनाव के बहिष्कार का आह्वान करना कोई नई बात नहीं है. साथ ही उन्होंने लोगों से बडी संख्या में मतदान करने की अपील की. राम माधव ने यहां संवाददाताओं से कहा, इसमें कुछ नया नहीं है. जब भी चुनाव […]
जम्मू : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने आज कहा कि कश्मीर में अलगाववादियों का चुनाव के बहिष्कार का आह्वान करना कोई नई बात नहीं है. साथ ही उन्होंने लोगों से बडी संख्या में मतदान करने की अपील की. राम माधव ने यहां संवाददाताओं से कहा, इसमें कुछ नया नहीं है. जब भी चुनाव आने वाले होते हैं तो अलगाववादी हर बार ऐसी बात कहते हैं. अब भी उन्होंने ऐसी ही बात कही है.
अलगाववादी नेताओं ने श्रीनगर और अनंतनाग लोकसभा सीट पर आगामी उपचुनाव का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. इस पर माधव ने कहा, हम भी मतदाताओं से अपील करते हैं कि वे बडी संख्या में चुनाव में भाग लें. उन्होंने कहा कि लोग जिस भी उम्मीदवार को पसंद करते हैं उन्हें वोट देना चाहिये क्योंकि लोकतंत्र एक उत्सव है और प्रत्येक व्यक्ति को इस उत्सव में भाग लेना चाहिये.
क्या भाजपा लोकसभा उपचुनाव लडेगी, इस सवाल पर माधव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पार्टी के सहयोगी दल पीडीपी से चर्चा करने के बाद इस पर एक साझा निर्णय लिया जाना चाहिये. माधव ने कहा, हमने भाजपा और पीडीपी गठबंधन के नेतृत्व को सुझाव दिया है कि उन्हें बैठकर एक-दूसरे से बातचीत करनी चाहिये. पीडीपी को यहां राज्य नेतृत्व से बात करनी चाहिये और आज या कल के बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस पर निर्णय लेगा.
पीडीपी ने दोनों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया है लेकिन अभी तक भाजपा ने कोई प्रत्याशी खडा नहीं किया. विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के तौर पर यह उपचुनाव लड रहे है. दोनों ने एक-एक सीट पर अपने उम्मीदवार खडे किये हैं. इससे पहले भाजपा नेता ने लोकसभा उपचुनाव और विधान परिषद चुनावों के बारे में यहां प्रदेश पार्टी नेताओं के साथ बैठक की.
मजे के लिए नहीं लगाया गया अफस्पा
जम्मू कश्मीर के कुछ क्षेत्रों से अफस्पा हटाने की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की जोरदार वकालत से असहमति प्रकट करते हुए भाजपा नेता राममाधव ने आज कहा कि अफस्पा जैसे कानून ‘किसी मजे के लिए नहीं लगाए’ गए हैं तथा राज्यों को ऐसी स्थिति बनानी चाहिए जहां उनकी जरुरत नहीं पडे.
जब माधव से मुफ्ती की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, यह मजे की बात नहीं है कि ऐसे कानून कुछ राज्यों में लागू हैं. ये वहां इसलिए हैं क्योंकि वहां ऐसे कानूनों की कुछ जरुरते हैं. महबूबा मुफ्ती ने पिछले बुधवार को सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) को कुछ क्षेत्रों से हटाने का मुद्दा उठाया था ताकि इस कदम का प्रभाव देखा जा सके। महबूबा की पार्टी पीडीपी राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन में सत्ता में है.