जाट आंदोलन : केंद्र ने अर्धसैनिक बलों की 247 कंपनियां की तैनात, सुरक्षा कड़ी
नयी दिल्ली : केंद्र ने जाट आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में अर्धसैनिक बलों के 24,700 कर्मियों को तैनात किया है. इन बलों की तैनाती का काम देखने वाले अधिकारियों ने बताया कि इन बलों की 247 कंपनियों पर राष्ट्रीय राजधानी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के हिस्सों […]
नयी दिल्ली : केंद्र ने जाट आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में अर्धसैनिक बलों के 24,700 कर्मियों को तैनात किया है. इन बलों की तैनाती का काम देखने वाले अधिकारियों ने बताया कि इन बलों की 247 कंपनियों पर राष्ट्रीय राजधानी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के हिस्सों में सुरक्षा का जिम्मा डाला गया है. एक अर्धसैनिक कंपनी में औसत 100 कर्मी होते हैं.
उन्होंने बताया कि इन कर्मियों को उत्तर भारत में विभिन्न अर्धसैनिक बल के केंद्रों से लाया गया तथा उनकी तैनाती में रातभर बड़े ट्रक एवं वाहन लगे रहे. इन टुकडि़यों को सीआरपीएफ, उससे संबद्ध त्वरित कार्यबल, आईटीबीपी और एसएसबी से लाया गया है.
सीआरपीएफ ने अपनी कुल 270 में से सर्वाधिक 130 कंपनियां तैनात की हैं. अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा में 124 कपंनियां, दिल्ली और उसके आसपास 114 और उत्तर प्रदेश में नौ कंपनियां तैनात की गयी हैं. केंद्र ने कल ही दिल्ली और उसके आसपास के राज्यों के पुलिस बलों को आंदोलनकारियों को राजधानी की सीमा पर पहुंचने से पहले ही रोक देने को कहा था.
जाट प्रदर्शनकारियों ने संसद घेरने की दी है धमकी
गृहमंत्रालय ने दिल्ली पुलिस और हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान की सरकारों को जाट प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने से रोकने के लिए धारा 144 लगाने को कहा था. जाटों ने नौकरियों एवं शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन की धमकी दी है.
मंत्रालय ने परामर्श जारी कर प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में दाखिल होने से काफी पहले गिरफ्तार कर लेने या पकड़ लेने, राजमार्गों पर प्रदर्शनकारियों को लेकर जा रही बसों को आगे नहीं बढ़ने देने को कहा है. अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए 20 मार्च से संसद का घेराव करने की धमकी दी है.
जाट प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ायी गयी, सड़कें खुली रहेंगी : डीजीपी
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पी सिंह ने कहा कि जाट प्रदर्शन को देखते हुये सुरक्षा बढ़ा दी गयी है और राज्य से होकर गुजरने वाले सभी राजमार्गों और दूसरी सड़कों को खुला रखा जायेगा जिससे छात्रों को कोई परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा उपाय किये गये हैं जिससे लोगों और खासकर 20 मार्च की बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे छात्रों को कोई परेशानी न हो और वो बिना किसी डर के राज्य में सफर कर सकें.
डीजीपी ने यहां जारी एक सलाह में कहा, ‘परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं जिससे छात्रों और उनके अभिभावकों को कोई परेशानी न हो.’ दिल्ली को कल ‘ठप’ कर देने और संसद का घेराव करने के जाट समुदाय के आह्वान के मद्देनजर उन्होंने कहा कि हरियाणा दिल्ली के बीच परिवहन के साधन के अलावा ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के दिल्ली जाने पर प्रतिबंध है.