मिशन 2019: गैर भाजपाई राज्यों पर अब फोकस, 12वीं पास करनेवाले युवाओं पर भाजपा की नजर
नयी दिल्ली : भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने अभियान के केंद्र में युवाओं, दलितों और कमजोर वर्ग को रखा है. पार्टी युवाओं को जोड़ने के लिए खासतौर पर 12वीं पास करनेवाले युवाओं पर फोकस कर रही है. पार्टी नेताओं, सांसदों, विधायकों एवं कार्यकर्ताओं से इन युवाओं को सोशल मीडिया, डिजिटल एवं जनसंपर्क […]
नयी दिल्ली : भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने अभियान के केंद्र में युवाओं, दलितों और कमजोर वर्ग को रखा है. पार्टी युवाओं को जोड़ने के लिए खासतौर पर 12वीं पास करनेवाले युवाओं पर फोकस कर रही है. पार्टी नेताओं, सांसदों, विधायकों एवं कार्यकर्ताओं से इन युवाओं को सोशल मीडिया, डिजिटल एवं जनसंपर्क के आधुनिक माध्यमों से संपर्क करने की सलाह दी गयी है.
इस बारे में पूछे जाने पर भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री पहले ही कई मौके पर युवाओं को जोड़ने, उन्हें सशक्त बनाने तथा नये हिंदुस्तान की स्थापना में इनके महत्व एवं योगदान को रेखांकित कर चुके हैं. भाजपा के लिए युवा केवल चुनावी मुद्दा नहीं, बल्कि नये हिंदुस्तान की नींव हैं.
हाल ही में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड जैसे राज्यों में प्रचंड बहुमत मिलने से भाजपा के हौसले बुलंद हैं. भाजपा अब देश भर में, खासकर कोरोमंडल समुद्रतट के किनारे बसे तमिलनाडु, कर्नाटक, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के साथ केरल सरीखे राज्यों में, अपने जनाधार को व्यापक बनाने के नुस्खे तलाशने में जुट गयी है.
ओड़िशा में हाल ही में पंचायत एवं स्थानीय चुनाव में भाजपा के दमदार प्रदर्शन को इसी पहल के रूप में देखा जा रहा है. भाजपा ने कोरोमंडल क्षेत्र, केरल आदि की 120 लोकसभा सीटों पर विशेष ध्यान देते हुए स्थानीय इकाइयों को लोगों से ज्यादा से ज्यादा संपर्क साधने, जन धन योजना, मुद्रा बैंक, उज्ज्वला योजना और जननी सुरक्षा सरीखी केंद्र सरकार की योजनाओं को सामने रखने पर जोर दिया है. वहीं, दलितों को पार्टी से जोड़ने के लिए 14 अप्रैल से डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती पर एक सप्ताह तक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.