छत्तीसगढ़: नक्सलियों ने जारी किया फरमान, कहा- लिया सरकारी मकान तो जाएगी जान

नारायणपुर : छत्तीसगढ़ में जोरों से चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के बीच नक्सली अपने लुप्त हो रहे जनाधार को लेकर चिंतित हैं. वे इसे वापस कायम करने के लिए हर संभव प्रयास में लगे हुए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने इसी क्रम में ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं से दूर रहने का फरमान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2017 7:33 AM

नारायणपुर : छत्तीसगढ़ में जोरों से चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के बीच नक्सली अपने लुप्त हो रहे जनाधार को लेकर चिंतित हैं. वे इसे वापस कायम करने के लिए हर संभव प्रयास में लगे हुए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने इसी क्रम में ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं से दूर रहने का फरमान जारी किया है जिससे यहां की जनता परेशान हैं.

खबर के अनुसार पिछले दिनों अबूझमाड़ के लाल गलियारे में नक्सलियों ने नया कानून बनाया है. उन्होंने पैगाम जारी कर कहा है कि जो भी ग्रामीण प्रधानमंत्री और इंदिरा आवास योजना के तहत सरकारी मकान में रहेगा उसे अपना गांव छोड़कर जाना पडेगा.

दरअसल, नक्सली ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं से दूर कर उन्हें सरकार के करीब आने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं. अपने इस मकसद के तहत अबूझमाड़ में नक्सली पूरी तैयारी के साथ जुट गये हैं. अबूझमाड़ के जंगल से जो बात सामने आ रही है, उसमें नक्सलियों ने लोगों को नसीहत देते हुए सख्‍त शब्दों में कहा है कि जो भी परिवार सरकारी आवास में रहेगा, उसको खामियाजा भुगतना पडेगा.

मीडिया में चल रही खबर के अनुसार नक्सलियों ने पंचायत के सरपंच और सचिव की बैठक लेकर उन्हें खूब फटकार लगायी है. पंचायत प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री आवास योजना से दूर रहने की सलाह दी गयी है और कहा गया है कि जो भी पंचायत का सचिव ग्रामीणों को बैंक में खाता खुलवाने के लिए नारायणपुर लेकर जाएगा उसे जनता सरकार के जन अदालत में सजा दी जाएगी.

खबरों की माने तो , नक्सलियों ने पदमकोट, निलागुर, कुतेल, धुरबेड़ा, परपा, कच्चपाल, गोमागाल, टाहकावाड़ा, थुलथुली, नैडनार, कोंगे समेत अन्य गांव के लोगों के लिए यह फरमान जारी किया है.

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