नयी दिल्ली : राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या विवाद पिछले तीन दशकों से भारतीय राजनीति को लगातार प्रभावित करता आ रहा है. मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने उच्चतम न्यायालय में अयोध्या विवाद मामले पर तुरंत सुनवाई की मांग की जिसपर उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि सर्वसम्मति पर पहुंचने के लिए सभी संबंधित पक्ष साथ बैठें.
अयोध्या विवाद पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी का स्वागत करते हुए भाजपा ने आज कहा कि पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का समर्थन करती है और इस बात पर जोर देती है कि यह मैत्रीपूर्ण ढंग से सभी पक्षों की सहमति से हो. भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ‘कहा कि भाजपा राम मंदिर के निर्माण का वैचारिक रुप से समर्थन करती है. हम राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं. हमारा मानना है कि इस बारे में सभी पक्ष मिलकर इसे सुलझायें. उन्होंने कहा कि अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय का कहना बिल्कुल ठीक है. यह बेहतर होगा कि इसे मैत्रीपूर्ण ढंग से सभी पक्ष मिलकर सुलझायें. इससे राम मंदिर का निर्माण भी हो जायेगा और सामाजिक व्यवस्था और तानाबाना भी प्रभावित नहीं होगा.
उल्लेखनीय है कि अयोध्या विवाद पर सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा है कि सर्वसम्मति पर पहुंचने के लिए सभी संबंधित पक्ष साथ बैठें. यह एक संवेदनशील और भावनात्मक मुद्दा है और यह बेहतर होगा कि इस मुद्दे को मैत्रीपूर्ण ढंग से सुलझाया जाए. प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर ने कहा कि यदि संबंधित पक्ष उनकी मध्यस्थता चाहते हैं तो वह इस काम के लिए तैयार हैं.