नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक का चुनाव चिन्ह फ्रीज कर दिया है. पार्टी के दो गुट (शशिकला और पन्नीरसेल्वम) इस चिन्ह पर दावा जता रहे थे. अब उन्हें नये चिन्ह पर आरके नगर असेंबली सीट से उप चुनाव लड़ना होगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने बीती रात एक अंतरिम आदेश में अन्नाद्रमुक के चुनाव चिन्ह ‘दो पत्तियों’ के उपयोग पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि दोनों विरोधी खेमे प्रतिष्ठित आर के नगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए पार्टी के चुनाव चिन्ह और इसके नाम के उपयोग नहीं कर सकते हैं.
बुधवार को दिन भर की सुनवाई के बाद आयोग ने कहा कि अंतिम आदेश जारी करने के लिहाज से बहुत कम समय बचा है इसलिए वह अंतरिम आदेश जारी कर रहा है. आपको बता दें कि इस सीट पर 12 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का गुरुवार को आखिरी दिन है. आयोग ने कहा कि दोनों पक्ष अपनी इच्छा के अनुसार जिस नाम को चुनेंगे, वे उसी नाम से जाने जाएंगे. साथ ही दोनों समूहों को अलग-अलग चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाएगा.
क्या कहा पनीरसेल्वम ने
अन्नाद्रमुक के दोनों खेमों ने पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘दो पत्तियों’ के उपयोग पर चुनाव आयोग की रोक पर ‘ताज्जुब’ जताया और कहा कि वे इसे वापस पाने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे. तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने एक बयान में कहा कि चुनाव आयोग के समक्ष ‘मजबूत सबूत’ प्रस्तुत करने के बावजूद उनकी पार्टी को चुनाव चिन्ह नहीं मिलना ‘आश्चर्यजनक और निराशाजनक’ है. उन्होंने कहा कि वे ‘किसी भी कीमत पर’ चुनाव चिन्ह वापस लेकर रहेंगे.
क्या कहा शशिकला गुट ने
जेल की सजा काट रही अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला के भतीजे दीनाकरण ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता पहले भी इस तरह की स्थिति का सामना कर चुके हैं जब चुनाव आयोग ने अन्नाद्रमुक संस्थापक एमजी रामचंद्रन की मौत के बाद वर्ष 1987 में पार्टी के चुनाव चिन्ह के उपयोग पर रोक लगा दी थी. उन्होंने कहा, ‘‘हम जीत हासिल करेंगे और चुनाव चिन्ह वापस लेकर रहेंगे.”