नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मसजिद विध्वंस मामले में सुनवाई के लिए गुरुवार का दिन तय किया है. इस मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती आरोपी हैं. जस्टिस पीसी घोष की पीठ ने कहा कि गुरुवार को एक उचित पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी. इस पीठ में जस्टिस घोष और जस्टिस आरएफ नरीमन शामिल होंगे.
मामले की बुधवार को होनी थी, लेकिन जस्टिस नरीमन छुट्टी पर थे, जिसके कारण सुनवाई गुरुवार को होगी. हाजी महबूब अहमद (अब मृत) के वकील ने शुरुआत में निचली अदालत में मामले की स्थिति के संबंध में रिपोर्ट दायर करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगने को लेकर एक याचिका दायर की. भाजपा नेताओं की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता केके वेणुगोपाल ने कहा कि मामले को चार सप्ताह बाद सूचीबद्ध किया जाना चाहिए, ताकि वे कुछ दस्तावेज दायर कर सकें.
गौर हो कि कोर्ट ने अयोध्या में 1992 में विवादित राम जन्मभूमि स्थल पर बाबरी ढांचा गिराये जाने के मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत आरोपियों पर से आपराधिक साजिश के आरोप हटाने के आदेश के खिलाफ दायर अपील के परीक्षण का छह मार्च को निर्णय किया था.