नयी दिल्ली : पुलिस ने ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियाई छात्रों पर हमले के मामले में तकरीबन 600 लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने का केस दर्ज किया है. यही नहीं मामले में 44 लोगों पर हत्या की कोशिश का केस भी दर्ज किया है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में 12वीं के छात्र की मौत के बाद उग्र भीड़ ने सोमवार की रात नाइजीरियाई छात्रों पर हमला बोल दिया. इस दौरान दोनों गुटों के बीच झड़प हो गयी.
मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के दखल के बाद यूपी पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. सुषमा ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार तुरंत कदम उठा रही है. इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए इसकी समुचित जांच के आदेश दिये हैं. एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि एनएसजी सोसाइटी निवासी 12वीं का छात्र मनीष खारी 23 मार्च की रात घर से लापता था. 24 मार्च को वह अपनी सोसाइटी के बाहर बेहोशी की हालत में मिला. उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि मनीष के पिता किरण पाल ने अपनी शिकायत में पांच नाइजीरियाई छात्रों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मनीष को ड्रग्स देकर उसकी हत्या कर दी.
सिंह ने कहा कि सोमवार की रात सैकड़ों लोग मनीष की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परी चौक और अंसल प्लाजा पर कैंडल मार्च निकाल रहे थे. इस दौरान एक समूह ने चार नाइजीरियाई छात्रों पर हमला कर दिया. इधर, घटना के बाद नाइजीरिया उच्चायोग के अधिकारियों ने घायल नागरिकों से मुलाकात की और कहा कि वे असुरक्षित महसूस करते हैं.
मामले को लेकर उच्चायोग के एक अधिकारी ने कहा कि मिशन मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के संपर्क में है. वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बाग्ले ने कहा कि सरकार भारत में रहनेवाले सभी विदेशियों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है और छात्रों सहित अफ्रीका के लोग ‘हमारे मूल्यवान’ सहयोगी हैं.