नयी दिल्ली : देश में हिंदुवादी राष्ट्रवाद, समाजवादी, वामपंथी विचारधाराओं की आपसी जंग के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को टक्कर देने के लिए राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ (आरसीएसएस) नामक गैर-राजनीतिक संगठन बनाने का ऐलान किया है. इस संगठन के गठन का ऐलान के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री खान ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद यह साफ हो चुका है कि अपने दम पर अब मुस्लिम समुदाय के बीच सेक्यूलर की राजनीति नहीं की जा सकती. इसे साधने के लिए सबको साथ लेकर चलना होगा.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा अब हिंदू राष्ट्र के एजेंडे पर चल रही है, जबकि गांधी, नेहरू, आंबेडकर और मौलाना अबुल कलाम ने कांग्रेस को सेक्यूलर के रूप में काम करने का मापदंड तय किया था. सेवादल बैठक कराने तक सीमित पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस में जब सेवादल का गठन हुआ था, तब इसका उद्देश्य अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलनों से आहत लोगों की सेवा करना था, लेकिन आज इसका काम केवल बैठकों तक सिमटकर रह गया है.
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि आज कांग्रेस विचारधारा वाले गैर-राजनीतिक लोगों को जोड़कर उनकी सेवाएं लेने की जरूरत है, जिससे कांग्रेस को फिर से खड़ा किया जा सके. पहले प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले असलम शेर खान ने कहा कि इसके लिए नेतृत्व बदलने की जरूरत नहीं है.