नयी दिल्ली : शिवसेना ने गुरुवार को कहा है कि एयरलाइन कंपनियां गुंडे की तरह व्यवहार कर रही है. वह आतंकवादियों को तो विमान में सवार होने दे रही है लेकिन आम लोगों पर प्रतिबंध थोप रही हैं. शिवसेना के सांसद रविंद्र गायकवाड़ पर एयरलाइन कंपनियों ने प्रतिबंध लगा रखा है. शिवसेना के सांसदों ने यात्रा प्रतिबंध के मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के साथ होने वाली बैठक से पहले बताया कि अभी तक इस देश में तानाशाही नहीं आयी है.
सांसदों का कहना था कि एयर इंडिया को सांसद से पहले माफी मांगनी चाहिए क्योंकि अभद्र व्यवहार पहले उन्होंने शुरू किया था. पार्टी के नेता संजय राउत ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘गायकवाड़ ने क्या किया है? एयरलाइन कंपनियों का रवैया माफिया और गुंडे की तरह है. आपकी कंपनियों में, आपकी कुर्सी के नीचे क्या हो रहा है. आपको उसे देखना चाहिए. मैं अभी बहुत कुछ नहीं कहूंगा क्योंकि मैं लोकसभा अध्यक्ष से मिलने जा रहा हूं.’
उन्होंने कहा, ‘सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है. सांसद ने भी एफआईआर दर्ज कराया है. जांच जारी है.’ जब उनसे पूछा गया कि सांसद पर उड़ान प्रतिबंध होना चाहिए तो उनका कहना था, ‘उन पर उड़ान प्रतिबंध नहीं लगाया जाना चाहिए. क्या वह आतंकवादी हैं? आतंकवादी, अंडरवर्ल्ड डॉन और भ्रष्ट व्यक्ति एयरलाइन से यात्रा कर सकता है लेकिन एक सांसद जो कि साधारण आदमी है, वह यात्रा नहीं कर सकता है.’
उन्होंने कहा, ‘एफआईआर दर्ज हो चुका है और अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है. किसने क्या किया है, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा. इस देश में अभी तक तानाशाही की शुरुआत नहीं हुई है. अगर वह किसी और के दबाव में ऐसा कर रहे हैं तो यह ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएगा.’ एयर इंडिया ने हाल ही में गायकवाड़ पर उसके एक कर्मचारी को कथित तौर पर चप्पल से मारने के कारण प्रतिबंध लगाया है.
राउत ने कहा कि बैठक के दौरान शिवसेना के सांसद अध्यक्ष को यह बताएंगे कि इस देश में अभी भी लोकतंत्र है और अगर यह तानाशाही जारी रही तो एक दिन ऐसा आएगा जब ये एयरलाइन प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष को भी ले जाने से इंकार कर देंगे. जब नेता से पूछा गया कि क्या गायकवाड़ को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए तो उनका जवाब था, ‘क्या एयर इंडिया माफी मांगेगी? उन्हें पहले यह शुरू करने दें. किसने पहले अभद्र व्यवहार करना शुरू किया. एयरलान कंपनी ने किया.’ शिवसेना के सांसद श्रीरंग बारने ने कहा कि दोनों तरफ के बयानों को इस मामले में सुना जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि गायकवाड़ ने जो गलती की वह इसका समर्थन नहीं करते हैं लेकिन सांसद होने के नाते उनके भी कुछ अधिकार हैं.